गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने कुलपति प्रो राजेश सिंह के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में नैक मूल्यांकन में ए++ ग्रेड हासिल किया है। विश्वविद्यालय ने 3.78 का स्कोर हासिल कर उत्तर प्रदेश का सर्वोच्च स्कोर प्राप्त करने वाला विश्वविद्यालय बन गया है।
कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय के सभी अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, अधिकारीगण तथा कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। ए++ ग्रेड हासिल करने में विश्वविद्यालय की आइक्यूएसी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आइक्यूएसी के निदेशक प्रोसेसर अजय सिंह के साथ नैक के सात क्राइटेरिया के कोऑर्डिनेटर तथा को-कोऑर्डिनेटर्स ने सभी जरूरी दस्तावेज तथा डाटा को विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों से इकट्ठा किया तथा संकलन कर प्रस्तुतिकरण किया।
अपने उद्बोधन में कुलपति ने कहा कि यह उपलब्धि पूरी टीम के उपलब्धि है। नैक मूल्यांकन के लिए पहली क्राइटेरिया की कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर शिखा सिंह तथा डॉ राजू गुप्ता तथा संजय कुमार राम सदस्य है। दूसरे क्राइटेरिया के कोऑर्डिनेटर प्रो विनय कुमार सिंह तथा प्रो मनीष कुमार श्रीवास्तव, डॉ कुसुम रावत तथा डॉ अंशु गुप्ता सदस्य है। तीसरे क्राइटेरिया के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर दिनेश यादव तथा डॉक्टर तूलिका मिश्रा, डॉक्टर आलोक कुमार सिंह, डॉ प्रदीप कुमार राव सदस्य है।
चौथे क्राइटेरिया के कोऑर्डिनेटर प्रो मनीष मिश्रा तथा डॉ दीपा श्रीवास्तव एवं डॉ प्रशांत शाही सदस्य है। पांचवें क्राइटेरिया के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर सुनीता मुर्मू तथा डॉ अर्चना सिंह भदौरिया, आलोक कुमार एवं डॉ राजेश सिंह सदस्य है। सेटिंग क्राइटेरिया की कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर दिव्या रानी सिंह तथा डॉ प्रीति गुप्ता सदस्य है। सातवें क्राइटेरिया के कोऑर्डिनेटर्स प्रोफेसर गौर हरि बेहरा तथा डॉ रुचिका सिंह एवं डॉ स्मृति मल सदस्य हैं। नैक टीम को सहयोग देने में ऑफिस असिस्टेंट रोहित शर्मा, सिद्धार्थ त्रिपाठी, आदित्य चौधरी, शकील अहमद तथा परिचर महेंद्र प्रसाद की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
नैक के सात मानकों पर मिले अंक: पाठ्यक्रम के पहलू 3.8 अध्ययन, अध्यापन और मूल्यांकन 3.6 शोध, नवाचार और विस्तार 3.57 अध्ययन के संसाधन, मूलभूत सुविधाएं 3.96 छात्र सहयोग और विकास 3.95 संचालन, नेतृत्व, प्रबंधन 3.93 संस्थानिक मूल्य, सर्वश्रेष्ठ परंपराएं 3.96