दुनिया के इन देशों में भी भारत की तरह मनाई जाती है दीपावली
आज दीपावली है और भारत में इसका महत्व किसी से छुपा नहीं है। साल के इस सबसे बड़े त्योहार में लोग शोर-शराबे, आतिशबाजी, लाइटिंग और गाजे-बाजे के साथ अंधियारी रात में उजियारा भर देते हैं। इस वक्त दिवाली की रौनक तो आपको पूरे देश में भी देखने को मिल रही होगी। यही कारण है कि हर परिवार की अपनी अलग मीठी यादें दिवाली से जुड़ी जाती हैं। इस दिन मिठाइयों का लेन-देन हमारे रिश्तों में और भी मिठास भर देता है। ऐसी यादों के बीच अपनापन लगने लगता है। इन सभी बातों से स्पष्ट है कि दीपावली भारत में बड़ी धूमधाम से मनाया जाने वाला त्योहार है।
अभी तक हम सभी ये बात सुनते और समझते आए हैं लेकिन क्या आपने कभी ये सुना है कि भारत की ही तरह दुनिया में और भी देश हैं जहां दीपावली पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है ? जी हां, आज हम उन्हीं देशों के बारे में जानेंगे। दुनिया के 7 देश ऐसे हैं जहां भारत की तरह ही दीपावली मनाई जाती है। यह सेलिब्रेशन देखकर किसी भी भारतीय को लगेगा कि वह अपने ही देश यानी भारत में दिवाली सेलिब्रेट कर रहा है। चलिए जानते हैं इन देशों के बारे में…
दिवाली की यह रौनक सिर्फ भारतीय सभ्यता का हिस्सा नहीं है बल्कि ऐसे कई देश हैं जहां दिवाली उसी धूमधाम से मनाई जाती है जिस तरह से भारत में मनाई जाती है।
1. नेपाल
भारत से नजदीकियां होने और अलग-अलग प्रांत के लोग होने के कारण दिवाली नेपाल में भी काफी अच्छी तरह से मनाई जाती है। हालांकि, यहां इसे ‘तिहार’ नाम से जाना जाता है। इस त्योहार को मनाने का तरीका लगभग एक ही जैसा है और नेपाल में ये दूसरा सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है।
2. इंडोनेशिया
इंडोनेशिया में भी भारत की तरह ही मंदिर भी हैं और वहां पांडवों के नाम पर ‘पंडावा बीच’ भी बनाया गया है। वैसे इंडोनेशिया में टूरिस्ट प्लेस बाली में अधिकतर हिंदू ही रहते हैं। यहां भी दिवाली पर पब्लिक हॉलिडे मनाया जाता है और लोग एक दूसरे के साथ त्योहार मनाते हैं।
3. मॉरीशस
मॉरीशस में करीब आधी आबादी हिंदुओं की है और यहां भी दिवाली की रौनक देखते ही बनती है। दिवाली पर इतनी तरह की सजावट होती है कि लोग इसे देखकर खुश हो जाते हैं। घरों में दिए जलाना, पटाखे फोड़ना, खुशियां मनाना मॉरीशस में भी बहुत अच्छा माना जाता है।
4. फिजी
फिजी में स्थानीय हिंदू जनसंख्या तो नहीं है, लेकिन वहां भारी मात्रा में हिंदू रहते हैं जिसके कारण वहां पर दिवाली को पब्लिक हॉलिडे मनाया जाता है और इस दिन दिये जलाना, त्योहार मनाना, गिफ्ट्स का आदान-प्रदान करना भी अच्छा माना जाता है।
5. श्रीलंका
दिवाली श्रीलंका में भी बहुत ही खूबसूरत तरीके से मनाई जाती है और यहां पर इस त्योहार की धूम देखते ही बनती है। इस त्योहार पर कई तरह की खुशियां मनाई जाती हैं और दिए जलाने की प्रथा यहां पर भी है। यहां पर दिवाली का त्योहार बुरी आत्माओं से रक्षा के लिए मनाया जाता है।
6. मलेशिया
मलेशिया में इस त्योहार का रूप रंग थोड़ा अलग होता है। मलेशिया में त्योहार को ‘हरी दिवाली’ कहा जाता है और यहां पर भारत की तुलना में अलग तरीके से त्योहार मनाया जाता है। यहां पर तेल से स्नान कर लोग मंदिर जाते हैं। यहां पर पटाखों की बिक्री बैन है और सिर्फ त्योहार को मिठाई, दिया और शुभ समाचारों के साथ मनाया जाता है।
7. सिंगापुर
सिंगापुर में दिवाली के समय बहुत खूबसूरती देखने को मिलेगी। इस दौरान आपको अलग-अलग जगहों पर सजावट मिलेगी और साथ ही यहां पर कई जगहों पर रंगारंग महोत्सव भी होते हैं। सिंगापुर की दिवाली भी देखने लायक होती है।
ALSO READ
आयुर्वेद कैसे काम करता है – क्या है तीन दोष ?
सम्पूर्ण भोजन के साथ अपने बच्चे का पूर्ण विकास सुनिश्चित करें : आचार्य डॉक्टर आरपी पांडे
वजन कम करने में कारगर हे ये आयुर्वेदिक औषधियाँ :आचार्य डॉक्टर आरपी पांडे
सोने से पहले पैरों की मालिश करेंगे तो होंगें ये लाभ: आचार्य डॉक्टर आरपी पांडे
कुलपति अवध विश्वविद्यालय के कथित आदेश के खिलाफ मुखर हुआ एडेड डिग्री कालेज स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ
अयोध्या में श्री राम मंदिर तक जाने वाली सड़क चौड़ीकरण के लिए मकानों और दुकानों का ध्वस्तीकरण शुरू
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम जन्मभूमि परिसर के विकास की योजनाओं में किया बड़ा बदलाव
पत्रकार को धमकी देना पुलिस पुत्र को पड़ा महंगा
बीएचयू : शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण के लिए संस्थानों को आकांक्षी होने के साथ साथ स्वयं को करना होगा तैयार
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य शिक्षा को 21वीं सदी के आधुनिक विचारों से जोड़ना : PM मोदी
प्रवेश सम्बधित समस्त जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
घर की छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए मिल रही सब्सिडी, बिजली बिल का झंझट खत्म
बीएचयू : कालाजार को खत्म करने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में महत्वपूर्ण खोज
नेपाल के लोगों का मातृत्व डीएनए भारत और तिब्बत के साथ सम्बंधितः सीसीएमबी व बीएचयू का संयुक्त शोध