सीएम योगी बने संकट के सारथी
सीएम योगी ने गरीबों और जरूरतमंदों के लिए खोला खजाना, एक लाख से अधिक लोगों को 17 अरब रुपए देने वाले पहले मुख्यमंत्री बने योगी
सीएम योगी ने साढ़े पांच साल में सपा सरकार से चार गुना अधिक धनराशि बीमार, असहाय और लाचारों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से दी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गरीबों, जरूरतमंदों, बीमार, असहाय और लाचारों के संकट के साथी बने हैं। उन्होंने समाज में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को आर्थिक मदद करने के लिए सरकार का खजाना खोल दिया है। पिछले साढ़े पांच वर्षों में एक लाख से अधिक लोगों को 17 अरब रुपए देने वाले पहले सीएम, योगी बने हैं। जबकि सपा सरकार में मात्र 10 हजार 431 लोगों को चार अरब 47 करोड़ 84 लाख 94 हजार 948 रुपए की मदद की गई थी।
सीएम योगी ने मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से वित्तीय वर्ष 2017-18 में 13093 लोगों को एक अरब 71 करोड़ 35 लाख 82 हजार रुपए, वित्तीय वर्ष 2018-19 में 17 हजार 650 लोगों को दो अरब 44 करोड़ 94 लाख 49 हजार 400 रुपए, वित्तीय वर्ष 2019-20 में 17 हजार 940 लोगों को दो अरब 74 करोड़ 17 लाख 19 हजार 500 रुपए और वित्तीय वर्ष 2020-21 में 15,190 लोगों को दो अरब 66 करोड़ 82 लाख 35 हजार 286 रुपए दिए गए हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 22176 लोगों को तीन अरब 90 करोड़ 52 लाख 50 हजार 365 रुपए और वित्तीय वर्ष 2022-23 में 31 अक्तूबर तक 18597 लोगों को तीन अरब 32 करोड़ 90 लाख 25 हजार 359 रुपए दिए हैं। ऐसे में कुल साढ़े पांच वर्षों में 104646 लोगों को 16 अरब 80 करोड़ 72 लाख 61 हजार 910 रुपए दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री के विशेष सचिव प्रथमेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार जरूरतमंद और गरीब पात्रों की मदद की जा रही है। इसमें किडनी प्रत्यारोपण, कैंसर, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों में धनराशि तय समय में दी जाती है। इस पूरी व्यवस्था को अब और पारदर्शी बनाते हुए आनलाइन कर दिया गया है।
परिवारों की जमीन और गहने भी बिकने के कगार पर थे
सीएम योगी ने इससे पहले कोरोना काल में भी लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए गांव-गांव और घर-घर भ्रमण किया था। इसके अलावा जिले स्तर पर सेवाओं और सुविधाओं को लेकर बैठक भी की थी। सीएम योगी शुरू से ही गरीबों, मजलूमों, असहायों और गंभीर रोगियों की मदद में आगे रहे हैं। सांसद रहते हुए भी उनके द्वार हमेशा आम लोगों के लिए खुले रहते थे। सूबे में सत्ता में आने के बाद सीएम योगी ने प्रदेश में अब तक सबसे ज्यादा ऐसे लोगों की मदद की है, जिन्होंने पैसे के अभाव में अपनों के जीवन की आस छोड़ दी थी। सीएम योगी की मदद से ऐसे हजारों लोगों की न सिर्फ जान बची है, बल्कि उनके परिवारों की जमीन और गहने भी बिकने के कगार पर थे।
अखिलेश सरकार के पांच साल
सपा सरकार के दौरान 2012 से लेकर 2017 तक मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से वित्तीय वर्ष 2012-13 में 3362 लोगों को 31 करोड़ 37 लाख नौ हजार 500 रुपए, वित्तीय वर्ष 2013-14 में 4361 लोगों को 31 करोड़ 37 लाख नौ हजार 500 रुपए, वित्तीय वर्ष 2014-15 में 5284 लोगों को 44 करोड़ 98 लाख 80 हजार 750 रुपए, वित्तीय वर्ष 2015-16 में 7762 लोगों को 98 करोड़ 34 लाख 42 हजार 747 और वित्तीय वर्ष 2016-17 में 10431 लोगों को एक अरब 64 करोड़ 94 लाख 17 हजार 732 रुपए की मदद दी गई थी।
ALSO READ
प्रभु राम के आशीर्वाद से हो रहे त्रेता की अयोध्या के दर्शनः पीएम मोदी
: https://www.ayodhyalive.com/anganwadi-center…ment-of-children/
15 लाख 76 हजार दीपों का प्रज्जवलन कर बना वल्र्ड रिकार्ड
आयुर्वेद कैसे काम करता है – क्या है तीन दोष ?
दुनिया के इन देशों में भी भारत की तरह मनाई जाती है दीपावली
सम्पूर्ण भोजन के साथ अपने बच्चे का पूर्ण विकास सुनिश्चित करें : आचार्य डॉक्टर आरपी पांडे
वजन कम करने में कारगर हे ये आयुर्वेदिक औषधियाँ :आचार्य डॉक्टर आरपी पांडे
सोने से पहले पैरों की मालिश करेंगे तो होंगें ये लाभ: आचार्य डॉक्टर आरपी पांडे
कुलपति अवध विश्वविद्यालय के कथित आदेश के खिलाफ मुखर हुआ एडेड डिग्री कालेज स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ
अयोध्या में श्री राम मंदिर तक जाने वाली सड़क चौड़ीकरण के लिए मकानों और दुकानों का ध्वस्तीकरण शुरू
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम जन्मभूमि परिसर के विकास की योजनाओं में किया बड़ा बदलाव
पत्रकार को धमकी देना पुलिस पुत्र को पड़ा महंगा
बीएचयू : शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण के लिए संस्थानों को आकांक्षी होने के साथ साथ स्वयं को करना होगा तैयार
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य शिक्षा को 21वीं सदी के आधुनिक विचारों से जोड़ना : PM मोदी
प्रवेश सम्बधित समस्त जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
घर की छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए मिल रही सब्सिडी, बिजली बिल का झंझट खत्म
बीएचयू : कालाजार को खत्म करने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में महत्वपूर्ण खोज
नेपाल के लोगों का मातृत्व डीएनए भारत और तिब्बत के साथ सम्बंधितः सीसीएमबी व बीएचयू का संयुक्त शोध