



पुरातन छात्रों को छात्रावास में भी मिलेगी ठहरने की सुविधा
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 30 अप्रैल से 2 मई तक आयोजित होने वाले पुरातन छात्र सम्मेलन को सफल बनाए जाने के लिए संचालन समिति (स्टीयरिंग कमेटी) की बैठक शनिवार को प्रशासनिक भवन स्थित कमेटी हाल में हुई।
बैठक में कोआर्डिनेटर प्रो एसके सिंह, सदस्य प्रो अजय सिंह और प्रो संजय बैजल की अगुुवाई में पुरातन छात्र सम्मलेन के लिए गठित विभिन्न कमेटियों के कार्यों की प्रगति रिपोर्ट पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। इस दौरान सभी विभागों को जल्द से जल्द से पुरातन छात्रों की सूची के साथ डिस्टिंगविश एल्युमिनाई की सूची प्रेषित करने पर बल दिया गया। प्रो. एसके सिंह ने कहा कि पुरातन छात्र सम्मेलन से अधिक से अधिक पुरातन छात्रों को जोड़ने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। प्रो. अजय सिंह ने कहा कि जिन विभागों ने अभी तक नाम नहीं उपलब्ध कराया है वो जल्द करा दें ताकि समय रहते कार्य को पूरा किया जा सके। छात्रावासों में जो कमरे खाली हैं उनकी मरम्मत करा ली जाए। अगर कोई पुरातन छात्र हॉस्टल में प्रवास करना चाहता है तो उसे ये सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
डॉ विभ्राट चंद कौशिक बने संयोजक
विश्वविद्यालय के पुरातन छात्र सम्मेलन में गोरक्षप्रांत के पुरातन छात्रों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए कुलपति ने विश्वविद्यालय के पुरातन छात्र और राज्य युवा कल्याण परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ विभ्राट चंद कौशिक को गोरक्षप्रांत के पुरातन छात्र इकाई का संयोजक नामित किया है।
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