अविवि में दीपोत्सव की तैयारियों को लेकर समिति व घाट समन्वयकों के साथ हुई बैठक
दीपोत्सव की तैयारियों के सम्बन्ध में घाटों की संख्या का हुआ निर्धारण
अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में उत्तर प्रदेश सरकार के दीपोत्सव के संबंध में दिए गए निर्देश क्रम में दीपोत्सव नोडल अधिकारी व सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रो0 अजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में दीपोत्सव समितियों व घाटों के समन्वयकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 अखिलेश कुमार सिंह के कुशल मार्गदर्शन में अयोध्या राम की पैड़ी पर दीए बिछाने व जलाने के सम्बन्ध में घाटों के समन्वयकों व सदस्यों को पीपीटी के माध्यम से दीए के पैटर्न से अवगत कराया गया। विश्वविद्यालय ने छठे दीपोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया। इसी क्रम में राम की पैड़ी के 37 घाटों के दीए बिछाने के क्रम का निर्धारण कर दिया गया है। घाटों को इसी क्रम संख्या के नाम से जाना जायेगा। प्रत्येक घाट पर विश्वविद्यालय आवासीय परिसर, सम्बद्ध महाविद्यालयों एवं स्वयंसेवी संस्थानों के स्वयंसेवक, शिक्षक, कर्मचारी दीए बिछाने के साथ जलायेंगे और पुनः गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड में रिकार्ड दर्ज करेंगे। इसके साथ ही कुल 37 घाटों पर 17 लाख दीए बिछाने के साथ शासन के दिए गए 15 लाख दीए जलाने के लक्ष्य को प्राप्त करेंगे।
बैठक में दीपोत्सव के विशेष परामर्शदात्री सदस्य प्रो0 चयन कुमार मिश्र ने बताया कि अयोध्या का छठा दीपोत्सव एतिहासिक होगा। गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करके विश्वविद्यालय व प्रदेश का नाम रोशन किया जायेगा। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो0 नीलम पाठक ने कहा कि सभी के सहयोग से छठा दीपोत्सव भव्य बनाया जायेगा। इसमें सभी की महती भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव के पदाघिकारी व स्वयंसेवक दीपोत्सव पहचान-पत्र के साथ घाट पर उपस्थित रहेंगे। इसके बिना घाटों पर प्रवेश नही दिया जायेगा। किसी दूसरे के पहचान-पत्र का प्रयोग नही करना है। पाये जाने पर कार्यवाही की जा सकती है। उन्होंने बताया कि 20 अक्टूबर से घाटों पर दीए बिछाने का कार्य शुरू कर दिया जायेगा। 21 अकटूबर से प्रातः आठ बजे से आवासीय परिसर के स्वयंसेवक व सम्बद्ध महाविद्यालयों व संस्थानों के स्वयंसेवक अपने गंतव्य स्थान से राम की पैड़ी पर पहुॅचेंगे।
बैठक में कुलसचिव उमानाथ ने बताया कि अयोध्या का दीपोत्सव की पूरे विश्व में चर्चा है। सभी को मिलकर स्वयं का पूराना रिकार्ड को तोड़कर गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड में नया रिकार्ड दर्ज करेंगे। यह सभी के सहयोग के बिना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि दीपोत्सव में सभी का अपेक्षित सहयोग मिल रहा है। विवि की कुलाधिपति व प्रदेश की श्रीराज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की सद्प्रेरणा से जनसहयोग अभियान भी चलाया जा रहा है। इसमें सभी का सकारात्मक सहयोग मिल रहा है। बैठक में दीपोत्सव-2022 के उप-नोडल अधिकारी डाॅ0 संग्राम सिंह ने बताया कि कुलपति व नोडल अधिकारी के नेतृत्व में दीपोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। राम की पैड़ी पर लगभग 12 लाख दीए आ गए। सभी के अथक सहयोग से दीपोत्सव के लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। बैठक का शुभारम्भ माॅ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ किया गया। इसके उपरांत कुलगीत की प्रस्तुति की गई। बैठक का संचालन डाॅ0 अंकित मिश्र ने किया।
बैठक में प्रो0 आरके सिंह, प्रो0 राजीव गौड़, प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 फारूख जमाल, प्रो0 अनुपम श्रीवास्तव, प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह, प्रो0 गंगाराम मिश्र, प्रो0 विनोद श्रीवास्तव, प्रो0 शैलेन्द्र कुमार, प्रो0 अनूप कुमार, प्रो0 रमापति मिश्र, डाॅ0 राना रोहित सिंह, डाॅ0 सुरेन्द्र मिश्र, डाॅ0 अनिल मिश्र, डाॅ0 अनिल कुमार, डाॅ0 अभिषेक कुमार सिंह, डाॅ0 अर्जुन सिंह, डाॅ0 तरूण गंगवार, डाॅ0 वन्दिता पाण्डेय, डाॅ0 प्रियंका श्रीवास्तव, इंजीनियर आस्था कुशवाहा, डाॅ0 बृजेश भारद्वाज, डाॅ0 रवि पाण्डेय, डाॅ0 चन्द्रशेखर सिंह, डाॅ0 स्वाति सिंह, डाॅ0 दिलीप सिंह, इंजीनियर पीयूष राय, डाॅ0 त्रिलोकी यादव, डाॅ0 आरएन पाण्डेय, डाॅ0 अनिल कुमार विश्वा, मंगलम सिंह, अंशुमान सिंह सहित आवासीय परिसर, सम्बद्ध महाविद्यालयों व अन्य संस्थानों के घाट समन्वयक व सदस्य तथा पदाघिकारी उपस्थित रहे।
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