वैश्विक माँग के अनुरूप विश्वविद्यालय को करनी होगी तैयारी: कुलपति प्रो. राजेश सिंह
समाजशास्त्र विभाग स्थापित करे लोक नीति अध्ययन केंद्र: कुलपति
समाजशास्त्र विभाग में आयोजित नैक उत्सव कार्यक्रम हुआ आयोजित
गोरखपुर। शिक्षा के क्षेत्र में भी वैश्विक माँग के अनुरुप हम सभी को तैयार होना होगा। छात्रों एवं शिक्षकों की यह बड़ी जिम्मेदारी है कि स्वयं को अपडेट रखें और नए अवसरों को पहचानें। समाजशास्त्र में बहुत संभावनाएं हैं। समाजशास्त्र हमेशा प्रासंगिक रहने वाला विषय है। समाजशास्त्र को टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज जैसे उत्कृष्ट सामाजिक विज्ञान के संस्थानों के साथ एमओयू साइन करना चाहिए। समाजशास्त्र विभाग को भारत सरकार की नीतियों के अध्ययन केन्द्र के रूप में विकसित किए जाने की आवश्यकता है।
भारतीय विद्यार्थियों में टैलेंट की कमी नहीं है बल्कि एक्सपोजर और प्लेटफार्म की जरूरत है। उक्त बातें कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने दी द उ गोरखपुर विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में आयोजित नैक उत्सव कार्यक्रम के दौरान कही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुरातन छात्र एडीएम वित्त एवं राजस्व, बदायूं श्री राकेश पटेल ने विभाग में बिताए हुए अपने पलों को साझा किया एवं अपने जीवन के अनुभवों को विद्यार्थियों से बाँटा। साथ ही उन्होंने समाजशास्त्र विभाग के लिए कई महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए।
कार्यक्रम संयोजक एवं समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. संगीता पाण्डेय ने नैक मूल्यांकन की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि नैक ए प्लस प्लस मिलना विश्वविद्यालय ही नहीं बल्कि प्रदेश के लिए गर्व की बात है। नैक उपलब्धि के लिए कुलपति प्रो. राजेश सिंह जी का योगदान अप्रतिम है। इससे छात्रों एवं शिक्षकों के लिए संभावनाओं के द्वारा खुलेंगे। प्रो. संगीता पाण्डेय ने विभाग के पहले पीएचडी छात्र एवं पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. के. के.मिश्रा का संदेश भी पढ़ा, जिसमें उन्होंने समाजशास्त्र विभाग के गौरवशाली अतीत की चर्चा करते हुए नैक उपलब्धि के लिए बधाई दी है
इस दौरान कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विभाग के पुरातन छात्र तथा बिहार सरकार के पूर्व शिक्षा सलाहकार डॉ. योगेन्द्र पति त्रिपाठी ने विभाग के गौरवपूर्ण इतिहास को रेखांकित करते हुए अपने विचार रखे और कहा कि जब दिल में जज्बा हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होता है। मन से प्रयास होना चाहिए। परास्नातक द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा आराधना ने क्लासिकल नृत्य प्रस्तुत किया तथा छात्र दीपक कुमार ने विभाग पर आधारित स्वरचित कविता का पाठ किया। कृष्ण कुमार मिश्र और आशुतोष प्रजापति की टीम ने कृष्ण-सुदामा की मित्रता पर आधारित रोल प्ले किया।
संचालन डॉ. मनीष कुमार पाण्डेय ने एवं दीपेन्द्र मोहन सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम के दौरान पुरातन छात्र डॉ. सर्वदेव त्रिपाठी, अधिष्ठाता प्रो. कीर्ति पाण्डेय, मुख्य नियंता प्रो. गोपाल प्रसाद, प्रो. सुभी धुसिया प्रो. अंजू, डॉ. अनुराग द्विवेदी डॉ पवन कुमार, डॉ. प्रकाश प्रियदर्शी, पीआरओ डॉ. महेन्द्र कुमार सिंह, पुरातन छात्र प्रो. अर्चना सिंह, डॉ. श्री राम चौहान सहित बड़ी संख्या में विभाग के शोधार्थी एवं विद्यार्थी गण उपस्थित रहे।