राम नगरी में ई-रिक्शा साढ़े चार हजार चार्जिंग स्टेशन एक भी नहीं
अयोध्या। परमिट से मुक्त किए जाने के बाद जिले में ई-रिक्शा की भरमार हो गई है अब इनके संचालन के लिए हल्के वाहन का लाइसेंस ही काफी है परिवहन विभाग में ई-रिक्शा संचालन के लिए अलग से लाइसेंस निर्धारण की व्यवस्था समाप्त हो गई है 18 वर्ष की उम्र वाला हर कोई हल्का मोटरयान ड्राइविंग लाइसेंस धारी ई रिक्शा चला सकता है पर्यावरण संरक्षण के लिए हादसे ई-रिक्शा मुफीद माना गया है लेकिन इसके संचालन रखरखाव की व्यवस्था नहीं बनाई जा सकी जिले में 4520 ई-रिक्शा पंजीकृत है लेकिन संख्या कहीं अधिक है बड़ी संख्या में पंजीकरण के दीक्षा संचालित हो रहे हैं जो शहर से लेकर नगर तक मुख्य मार्गों पर 20 से 25 की गति से रेंगते मिल जाएंगे जिन्हें गलियों व संपर्क मार्ग पर चलने के लिए बनाया गया था,
वह सड़क पर सुगम यातायात में बाधा के रूप में जाने जा रहे हैं ई-रिक्शा जगह-जगह लगने वाले जाम के साथ ही दुर्घटना का कारण बन गए हैं अब इनका व्यवसायिक इस्तेमाल भी किया जाने लगा है सड़कों के किनारे ईद से अपने हिसाब से परिवर्तित कर तमाम दुकानें संचालित की जा रही हैं इसके अलावा इसका प्रयोग माल वाहन वाहन के रूप में भी हो रहा है 15 16 साल के किशोर ई रिक्शा चलाते दिख जाएंगे जिन्हें ना तो यातायात के नियमों का ज्ञान है और ना ही विभाग ने प्रशिक्षित कर रहा है .
अब बात आई चार्जिंग की पंजीकृत 4520 पर है लेकिन इनके चार्जिंग की कोई व्यवस्था शासन एवं प्रशासन के स्तर से नहीं बनाई जा सके इस्तेमाल व्यवसायिक वाहन के रूप में होता है लेकिन ई रिक्शा की बैटरी को घरेलू बिजली कनेक्शन से चार्ज किया जाता है जहां एक भी चार्जिंग स्टेशन एवं पॉइंट नहीं स्थापित है और ना ही इसके लिए कोई प्रयास किया जा रहा है अधिकतर ई-रिक्शा को रात में चोरी की बिजली से चार्ज किया जाता है जिले में ई रिक्शा संचालन के लिए अब तक रूट और पार्किंग का निर्धारण नहीं किया जा सका,
परिवहन विभाग के अधिकारी कहते हैं कि या बिना परमिट से मुक्त कर दिया गया तो हम रूट कैसे निर्धारित कर सकते हैं पार्किंग और रूट का कार्य पुलिस कर सकती है वह सुगम यातायात व्यवस्था के लिए ई रिक्शा का रूट अपने हिसाब से निर्धारित कर सकती है और पार्किंग स्थल भी 2122 ई-रिक्शा 98 लाख का बकाया है परिवहन विभाग में पंजीकृत 2122 ई-रिक्शा का 98 दबाए बैठे हैं करके बकायदा शहर की सड़कों पर संचालित हो रहे हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर खानापूरी के अलावा कुछ नहीं कर सका है 12 ई रिक्शा पर कार्रवाई होती है पर चलने वाली तक खबर पहुंच जाती है और वह अपना रास्ता बदल देते हैं।