सिर्फ़ भाषा ही नहीं,हमारी पहचान है हिंदी………रामप्रिया शरण सिंह
रुदौली(अयोध्या)हिन्दू इण्टर कॉलेज रुदौली में हिन्दी दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज के प्रधानाचार्य रामप्रिया शरण सिंह द्वारा विद्या की देवी मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए किया गया।
आयोजित कार्यक्रम में इंटरमीडिएट के कई छात्र छात्राओं जुनैद आलम,अमन,श्वेता,रूबा,हर्षित राय आदि ने हिंदी दिवस के परिपेक्ष्य में कई कविताएं प्रस्तुत की।प्रवक्ता राम मिलन यादव,अनिल कुमार खरे,देवांशु सिंह आदि शिक्षकों ने अपने सम्बोधन में हिन्दी को राष्ट्र भाषा का दर्जा दिलाने के लिए प्रयास करने की अपील की।सभी ने अपने वक्तव्य में कहा कि वास्तव में हिन्दी ही हमारी बोल चाल की जन मानस वाली सामान्य मौलिक भाषा है।
अध्यापिका रंजना सिंह ने हिन्दी दिवस पर जहां स्वरचित कविता सुनाई वहीं शिक्षक आशीष शर्मा ने गीत के माध्यम से आज के परिपेक्ष्य में हिन्दी दिवस पर अपना उद्गार व्यक्त किया।कार्यक्रम के अंत में अध्यक्षता कर रहे प्रधानाचार्य रामप्रिया शरण सिंह ने हिंदी दिवस की सार्थकता पर अपने सारगर्भित व्याख्यान में कहा कि हिंदी सिर्फ़ हमारी भाषा ही नहीं है हमारी पहचान भी है।
इसी के साथ उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त करतें हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।कार्यक्रम का संचालन शिक्षक कामेश मणि पाठक ने किया।कार्यक्रम में राजेंद्र कुमार तिवारी,प्रमोद,राम मिलन यादव,रंजना सिंह,कल्पना वर्मा,प्रवेश,प्रवीण निगम,अभिषेक श्रीवास्तव,अशोक राय,आलोक सिंह,शिव कुमार यादव,देवांशु सिंह,प्रकाश चंद्र,अवधेश कुमार,सूरज पटेल,राहुल,असित सिंह आदि उपस्थित रहे।