· डॉक्टर्स डे पर सम्मानित किये गए बीएचयू के चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी
· कोविड19 महामारी के दौरान अतुलनीय सेवा भाव व कर्तव्यपरायणता के लिए चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों व सहयोगी स्टाफ का सम्मान
· टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य कर्मियों के योगदान को किया गया सलाम
वाराणसी : तमाम चुनौतियों के बावजूद चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी निरन्तर समाज व देश की सेवा में जुटे रहते हैं एवं खुद को जोखिम में डालकर भी मानवता के सेवक बन कर दूसरों के सामने मिसाल पेश करते हैं – इसी भाव के साथ राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर चिकित्सा विज्ञान संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, द्वारा डॉक्टर्स को सम्मानित किया गया व उनके योगदान को सराहा गया। के एन उडुपा सभागार में आयोजित मुख्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रख्यात शल्य चिकित्सक तथा विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो. वी. के शुक्ला ने कहा कि डॉक्टरी का पेशा तमाम चुनौतियों व जोखिमों से भरा है, लेकिन इस सबसे विचलित हुए बिना चिकित्सक निरन्तर अपने कर्तव्य का पालन करते हैं।
उन्होंने मेडिकल के छात्रों व भविष्य के चिकित्सकों का आह्वान किया कि वे कठिनाइयों, दुष्वारियों व संसाधनों की कमियों से खुद को प्रभावित न होने दें, व मानवता को उत्तम चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लक्ष्य की प्राप्ति में आगे बढ़ें। निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, प्रो. एस. के. सिंह ने देश के प्रख्यात फिजिशियन रहे डॉ. बी. सी. रॉय को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवन व योगदान की चर्चा की। उन्होंने कहा कि डॉ. बी. सी. रॉय की स्मृति में राष्ट्रीय डॉक्टर्स दिवस का आयोजन, हम सभी चिकित्सकों को उनके जीवन से प्रेरणा लेने का संदेश देता है।
इस अवसर पर सर सुन्दरलाल चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. के. के. गुप्ता ने कोविड महामारी के दौरान काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के चिकित्सकों, चिकित्सा कर्मियों व सहयोगी स्टाफ के उल्लेखनीय व अतुलनीय योगदान की चर्चा की। उन्होंने बीएचयू के कोविड वॉरियर्स के जज्बे को सलाम किया और कहा कि विश्वविद्यालय को अपने समर्पित व सेवा के लिए सदैव तत्पर सदस्यों पर अत्यंत गर्व है।
राष्ट्रीय डॉक्टर्स दिवस समारोह के दौरान चिकित्सा विज्ञान संस्थान, सर सुन्दरलाल चिकित्सालय तथा ट्रॉमा सेन्टर के चिकित्सकों, संकाय सदस्यों, स्वास्थ्य कर्मियों व सहयोगी स्टाफ का कोविड महामारी के दौरान उनकी सेवाओं के लिए सम्मान किया गया। कोविड 19 से बचाव के लिए चलाए गए वृहद टीकाकऱण अभियान को सफल बनाने के लिए भी स्वास्थ्य कर्मियों के योगदान को सराहा गया। इस दौरान रेक्टर प्रो. वी. के. शुक्ला, प्रो. टी. के. लाहिरी, प्रो. एस. चूड़ामणि गोपाल, प्रो. एच. एस. शुक्ला, प्रो. के. के. त्रिपाठी, प्रो. श्याम सुन्दर, प्रो. आर. जी. सिंह तथा प्रो. विवेक शर्मा विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त शिक्षकों का भी अभिनंदन किया गया। (सूची संलग्न)
कार्यक्रम के दौरान एम.बी.बी.एस प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया, जिसमें गायन, लोकनृत्य आदि शामिल रहे। इस दौरान विद्यार्थियों ने एक चिकित्सक के जीवन में आने वाली चुनौतियों व उतार-चढ़ावों को प्रदर्शित करती एक लघु नाटिका का प्रभावशाली मंचन भी किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. तुहिना बैनर्जी, माइक्रोबायोलॉजी विभाग, तथा एम.बी.बी.एस. प्रथम वर्ष के छात्र कार्तिकेय शर्मा द्वारा किया गया। ट्रॉमा सेन्टर के आचार्य प्रभारी प्रो. सौरभ सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन प्रेषित किया। कार्यक्रम में डीन रीसर्च प्रो. अशोक चौधरी समेत अनेक वरिष्ठ चिकित्सक, विभागाध्यक्ष, छात्र व शोधार्थी उपस्थित रहे।