डीएम की अध्यक्षता में हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक, दिए दिशा निर्देश
बस्ती : जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जहां एक्स रे टेक्नीशियन तैनात है तथा वहॉ पर एक्स रे मशीन नही है, नई एक्स रे मशीन खरीद किए जाने के लिए जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि माननीय सांसद एवं विधायक से संपर्क करके उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोद लेने का प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अनुरोध करें। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा सांसद एवं प्रत्येक विधायक को 1-1 सीएचसी या पीएचसी गोद लेने का निर्देश दिया है। बैठक में नवागत सीएमओ डॉक्टर हरिदास अग्रवाल का स्वागत किया गया। जिलाधिकारी एवं सीडीओ ने विश्वास व्यक्त किया कि उनके नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग एक बार पुनः अपनी योजनाओं को गति प्रदान करेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 प्रिकॉशन डोज टीकाकरण में काफी पिछड़ा हुआ है। इसमें सुधार की आवश्यकता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी सीएचसी एवं पीएचसी पर कम से कम तीन डाक्टरों की तैनाती की गई है। सभी डॉक्टर तत्काल नया स्थान पर कार्यभार ग्रहण करें। उन्होंने सीएमओ को निर्देशित किया कि जो डॉक्टर 24 घंटे के भीतर कार्यभार नहीं ग्रहण करते हैं, उनका वेतन रोक दें। इस क्रम में दुबौलिया के एमओआईसी ने बताया कि डॉ. अनूप ने अभी तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया। इसके अलावा फार्मासिस्ट ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। जिलाधिकारी ने ऐसे डॉक्टरों एवं अन्य स्टाफ की सूची तलब किया है, जिन्होंने अभी तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि सीएचसी/पीएचसी पर बेड ऑक्युपेंसी रेट के आधार पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों के कार्य का मूल्यांकन किया जाएगा। विशेष रूप से रात में वहां रुकने वाले मरीजों एवं डॉक्टरों की तैनाती स्थल पर उपस्थिति की आकस्मिक जांच कराई जाएगी। अनुपस्थित पाए जाने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।
जिलाधिकारी ने नवागत सीएमओ को निर्देशित किया है कि 14 अगस्त तक सभी प्रकार के लंबित भुगतान कर दिए जाएं। इस संबंध में उन्होंने जिला वित्त प्रबंधक की भी जिम्मेदारी तय किया है। यदि 14 अगस्त तक वे बजट की उपलब्धता के सापेक्ष सभी प्रकार के भुगतान सुनिश्चित नहीं करते हैं, तो उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी। विशेष रुप से वाहन, सी.एच.ओ., आशा का मानदेय, लोडर का मानदेय, जिला अस्पताल के वाशरमैन एवं अन्य भुगतान शामिल हैं।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि 14 अगस्त की शाम को जिला वित्त प्रबंधक उन्हें भुगतान की स्थिति से अवगत कराएंगे। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को भी यह जिम्मेदारी दी है कि वह प्रतिदिन भुगतान के संबंध में रिपोर्ट प्राप्त करेंगे। भुगतान के संबंध में जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अपनाते हुए स्पष्ट कह दिया है कि अब इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो धनराशि सीएचसी/पीएचसी को ट्रांसफर किया जाना है, उसे भी तत्काल ट्रांसफर करें।
उन्होंने सीएमओ को निर्देशित किया है कि चारों अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सीएचसी/पीएचसी का प्रभारी नामित करें। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी नियमित रूप से इन सीएचसी/पीएचसी का निरीक्षण करेंगे तथा वहां की समस्याओं का निराकरण करेंगे। विशेष रूप से कर्मचारियों की उपस्थिति एवं दवाओं की उपलब्धता पर कड़ी निगाह रखेंगे तथा अपनी निरीक्षण टिप्पणी में इसके बारे में विशेष उल्लेख करेंगे। जिलाधिकारी ने कुछ सीएचसी/पीएचसी पर दवाओं की अनुपलब्धता के बारे में प्राप्त शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए निर्देशित किया है कि सभी दवाओं की उपलब्धता बनाए रखी जाए तथा कोई भी डॉक्टर बाहर की दवा नहीं लिखेगा। ऐसी शिकायत प्राप्त होने पर उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
सीडीओ डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने कहा कि जिले में लगभग सभी प्रकार की तैनाती पूर्ण हो गई है। सीएमओ एक अनुभवी डॉक्टर एवं प्रशासनिक प्रमुख हैं। इनके नेतृत्व में सभी चिकित्सा अधिकारी बेहतर ढंग से कार्य करके जिले का नाम रोशन करें। उन्हें जिस प्रकार के भी प्रशासनिक सहयोग की आवश्यकता होगी, वह समय-समय पर प्रदान किया जाएगा।
सीएमओ डॉक्टर हरिदास अग्रवाल, जो यहां पर अपर निदेशक गोंडा के पद से स्थानांतरित होकर आए हैं, ने आश्वस्त किया कि वे सभी का सहयोग प्राप्त करते हुए स्वास्थ्य विभाग को बेहतर कार्य करने के लिए और जन सामान्य को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। बैठक में एसआईसी डॉक्टर आलोक वर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एके गुप्ता, डॉक्टर जय सिंह, नगरीय नोडल डॉ. एके कुशवाहा, मलेरिया अधिकारी आई.ए. अंसारी, यूनिसेफ की अनीता सिंह, डीआईओएस डीएस यादव, विभागीय अधिकारी तथा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी गण उपस्थित रहे।