अयोध्या : कबीर मंदिर जीयनपुर अयोध्या में उच्च न्यायालय लखनऊ हाई कोर्ट ने नियुक्त किया जिला मजिस्ट्रेट अयोध्या को रिसीवर
ज्ञात हों कि विगत 10 वर्षों से कबीर मठ जियनपुर अयोध्या क़ी पूरी चल-अचल संम्पत्ति पर कुंडली मारकर बैठे परीक्षा दास और धर्मप्रकाश दास के कार्यों पर लगी रोक कलेक्टर अयोध्या कबीर मंदिर के पाई-पाई का हिसाब रखेंगे l कबीर मठ के समुचि धार्मिक गतिविधियों पूजा-पाठ आदि से लेकर प्रत्येक आये-गये लोगों के ठहरने, खान-पान व सारे ब्यवरे की व्यवस्था का करेंगे l
इस आशय की जानकारी देते हुये बताया कि सन 2012 से कबीर मठ का विवाद चल रहा है तब से कबीरमठ पर एकबारगी एकाधिकार के तौर पर परीक्षादास व धर्मप्रकाशदास अपनी मनमानी चलाते थे l जबकि दूसरे गुट से उदारदास मध्यअवधि के रूप बायनिर्वाचित अध्यक्ष भी रह चुके थे l परन्तु उन्हें ना तो कोई अधिकार दिया गया और न ही किसी प्रकार का संसाधन मुहैया कराया गया l तबसे उनकी जगह उनके उत्तराधिकारी उमाशंकरदास ने मठ की अन्यान्य गतिविधियों को चालू रखते हुये मंदिर समिति का चुनाव नियत सदस्यों की संख्या में दिनांक 31.07.22 को पास करवाए जिनपर स्टे ऑर्डर के लिए प्रथम गुट ने हाई कोर्ट में वाद दाखिल किये जिनकी सुनवाई कल दिनांक 29.07.22 को आया l
बताते चलें कि परीक्षादास द्वारा दायर रिट पर सुनवाई करते हुये माननीय उच्च न्यायालय लखनऊ खंडपीठ के जज श्री पंकज त्रिपाठी ने अपना फैसला सुनाते हुये चुनाव को अगले 07. O7. 22 तक के लिए टालते हुये चुनाव का डेट दिया l तथा कहा कि इस बीच मठ क़ी सारी गतिविधियों पर माननीय कलेक्टर अयोध्या को जबतक नई कार्यसमिति अपना स्थान नहीं ले लेती तबतक के लिए उन्हें रिसीवर के तौरपर मठ का सारा चार्ज प्रदान करता है l तथा इस बीच उन्हें ये अधिकार भी रहेगा कि बिना उनके हस्तक्षेप के दोनों गुट किसी भी प्रकार की धार्मिक, सामाजिक व अन्य गतिविधि को संचालित नहीं कर सकता l तथा यदि हों भी तो उसकी पूरी निगरानी माननीय कलेक्टर महोदय द्वारा होगी l
इसप्रकार देखा जाय तो एक ओर जहाँ मंदिर की संपत्ति का सारा आय एक गुट के करने से जहाँ दूसरे गुट को कुछ नहीं मिलता था तो अबसे दिवंगत महंत उदारदास के शिस्यों में उमाशंकरदास, उपमंत्री रविन्द्रदास, रामप्रकाशदास, संतोषदास आदि को भी बराबर-बराबर का हिस्सा मिलने लगेगा l इसप्रकार कहा जा सकता है कि श्री कबीर मंदिर का विवाद पिछले 10-11 वर्षों के विवाद के बाद अब अपने अंतिम अभियान की ओर रुख करता मालूम दे रहा है l