नौ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के 153 शिक्षकों की सेवा समाप्त
अलीगढ़ में संविदा पर तैनात है 11 शिक्षक, 27 फरवरी से बंद है प्रदेश के कालेजों में क्लास
नौ कॉलेजों में 388 पद स्वीकृत हैं
– 3500 विद्यार्थियों का भविष्य अंधेरे में है बीएचएमएस के
– 15 अप्रैल से शुरू होगी परीक्षा,छात्र चिंतित
– 24 स्थायी पद हैं अलीगढ़ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में शिक्षकों के
अलीगढ़। राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज अलीगढ़ समेत सूबे के नौ मेडिकल कालेज के 153 संविदा शिक्षकों की सेवा समाप्त हो गई है।
इससे मेडिकल कालेजों में पढ़ रहे लगभग 3500 बच्चों के साथ ही शिक्षकों का भविष्य भी अंधकार में हैं।
राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज अलीगढ़ व गोरखपुर में पढ़ाई 2019 से शुरू हुई।
बाकी के सात कालेज सालों से चल रहे।
अलीगढ़ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में शिक्षकों के कुल 24 स्थायी पद हैं।
इन पदों पर शासन ने 12 महीने के लिए संविदा पर शिक्षकों की तैनाती की थी ।
12 पद एसोसिएट प्रोफेसर और 12 पद प्रवक्ता हैं।
कालेज में वर्तमान समय 300 विद्यार्थी है। साढ़े चार साल के कोर्स में प्रथम से तृतीय वर्ष के क्लास में 100 विद्यार्थी है।
चौथे वर्ष की क्लास अबकी साल से शुरू होगा। साढ़े चार साल पढ़ाई करने के बाद विद्यार्थियों को एक साल का अनिवार्य इंटरशिप करना होता है।
इन बच्चों को शिक्षा देने के लिए जिले में तीन नियमित और 11 संविदा पर शिक्षक तैनात हैं।
दो रीडर और नौ प्रवक्ता के पद पर कार्यरत है। इन सभी शिक्षकों का 27 फरवरी को संविदा समाप्त हो गई।
संविदा समाप्त होने के बाद शिक्षकों ने कालेज जाना छोड़ दिया। जिससे कालेज में पढ़ाई ठप हो गाई।
इसके लिए कालेज के प्राचार्य ने निदेशालय को पत्र भी भेजा। मगर नवीनीकरण न होने से अलीगढ़ के 11 शिक्षकों समेत सूबे के सभी नौ कालेजों के लगभग 153 शिक्षकों की सेवा समाप्त हो गई।
उत्तर प्रदेश होम्योपैथिक संविदा शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि
होम्योपैथिक मेडिकल कालेज में कार्यरत 153 संविदा शिक्षकों की सेवा 27 फरवरी को समाप्त हो गई।
नवीनीकरण के लिए मंत्री और प्रमुख सचिव से मुलाकात किया। वहां से आश्वासन तो मिला मगर नवीनकरण नहीं हुआ।
ऐसे में प्रदेश नौ कालेजों में से अलीगढ़, गाजीपुर, आजमगढ़, मुरादबाद, गोरखपुर जिले के कालेजों में न के बराबर पढ़ाई हो रही है।
कानपुर, प्रयागराज, लखनऊ में स्थाई टीचर से क्लास चल रहे है। परीक्षा के समय बच्चों की पढ़ाई न होने से उनके परिणाम पर फर्क पड़ेगा। सरकार को जल्द ही नवीनकरण करना चाहिए।
ये भी जानिए
■ कुल 153 संविदा शिक्षक कार्यरत
■ प्रवक्ता 79
रीडर 39
प्रोफेसर 35
■ अलीगढ़ में 3 नियमित शिक्षक 11
संविदा
■ गोरखपुर में 3 नियमित 11 संविदा
■ लखनऊ 18 नियमित 19 संविदा
■ प्रयागराज 14 नियमित 19 संविदा
■ गाजीपुर 3 नियमित 16 संविदा
■ आजमगढ़ 5 नियमित 14 संविदा
■ अयोध्या 7 नियमित 17 संविदा
■ मुरादाबाद 6 नियमित 16 संविदा
■ कानपुर 10 नियमित 22 संविदा
नौ कॉलेजों में 388 पद स्वीकृत हैं
प्रदेश के नौ होम्योपैथिक मेडिकल कालेजों में 388 पद स्वीकृत हैं। जिसके सापेक्ष 70 स्थायी शिक्षक कार्यरत हैं।
संविदा शिक्षकों की नियुक्ति के उपरांत, प्रदेश के राजकीय होम्योपैथिक कालजों में 300 बीएचएमएस की सीटों से बढ़कर 1000 हो गई।
विगत 10 वर्ष से एमडी कोर्स के लिए प्रयास चल रहा था। उसमें भी सफलता मिली।
लखनऊ, कानपुर और इलाहाबाद में एमडी का कोर्स शुरू हो गया। जिसमें 51 छात्रों का एडमिशन भी हो गया।
परास्नातक का कोर्स शुरू करने के लिए जल्द ही नेशनल काउंसिल ऑफ होम्योपैथी की टीम कानपुर कालेज का निरीक्षण करने वाली है।
कौन से जिले मे कितने शिक्षक व विद्यार्थी
अलीगढ़। राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज में अलीगढ़ में छात्रों की संख्या लगभग 300 है।
शिक्षक के नाम पर प्राचार्य समेत तीन शिक्षक बचे हैं। जैसे-तैसे यह शिक्षक बच्चों का कोर्स पूरा कराने में जुटे हैं।
गोरखपुर के बड़हलगंज में 400 छात्रों पर भी प्राचार्य समेत तीन शिक्षकों की तैनाती है।
कानपुर में लगभग 433 छात्र और नियमित शिक्षकों की संख्या मात्र 11,
प्रयागराज में 492 छात्रो पर 20 नियमित शिक्षक कार्यरत है।
इसके अलावा लखनऊ में 400 छात्रों पर 18 नियमित शिक्षक,
गाजीपुर में 300 छात्रों पर मात्र तीन नियमित शिक्षक,
मुरादाबाद में 350 छात्रों पर 6 नियमित शिक्षक और
अयोध्या में 350 छात्रों पर 7 नियमित शिक्षक तैनात है।
इससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि सूबे के होम्योपैथिक मेडिकल कालेज का क्या हाल होगा ?
“‘होम्योपैथिक मेडिकल कालेज में फरवरी में समाप्त हो गई थी। इनके नवीनीकरण की कार्रवाई की जा रही है। मार्च के महीने के अधिकारियों के बिजी होने के करण अभी आदेश जारी नहीं हो पाए थे। मगर जल्द ही आदेश जारी कर दिया जाएगा।”