मण्डलायुक्त नवदीप रिणवा की अध्यक्षता में हुई अयोध्या विजन 2047 की समीक्षा, दिए आवश्यक निर्देश
अयोध्या : मण्डलायुक्त श्री नवदीप रिणवा की अध्यक्षता में आज अयोध्या विजन 2047 की समीक्षा आयुक्त सभागार में की गयी। मण्डलायुक्त ने अयोध्या के आसपास के विकास कार्यो की गहन समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी श्री नितीश कुमार के अतिरिक्त मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अनिता यादव, अपर जिलाधिकारीगण, विभिन्न विभागों के मुख्य अभियन्ता, अधिशाषी अभियन्ता एवं एक दर्जन से ज्यादा कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।
अयोध्या विजन 2047 की समीक्षा के दौरान मण्डलायुक्त द्वारा अयोध्या हवाई अड्डा, श्रीराम जन्मभूमि के पास पहुंचने वाले मार्ग यथा-रामपथ (सहादतगंज से नयाघाट तक), भक्ति पथ (श्रृंगारहाट से हनुमानगढ़ी होते हुये श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक) व जन्मभूमि पथ (सुग्रीव किला से होते हुये श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक) मार्ग की समीक्षा की गयी। बैठक में लोक निर्माण विभाग, निर्माण खण्ड 4 के अधिशाषी अभियन्ता द्वारा बैठक में पूर्ण रूप से तैयारी न करके आने पर व अपने कार्यो में शिथिलता बरतने पर मण्डलायुक्त द्वारा रोष व्यक्त करते हुये कहा कि सम्बंधित अधिकारी बैठक में तैयारी के साथ आयें तथा विभागीय अधिकारी व कार्यदायी संस्था यथा-विद्युत, जल निगम, नगर निगम आदि श्रीराम जन्मभूमि न्यास के साथ स्थापित करते हुये कार्य को पूर्ण जिम्मेदारी के साथ कार्य करें, इसकी शासन द्वारा नियमित समीक्षा की जा रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि विकास कार्यो के लिए शासन द्वारा वित्त स्वीकृति प्रदान करते हुये धनराशि अवमुक्त की गयी है इसलिए किसी भी विभाग व कार्यदायी संस्था का कार्य प्रभावित नही होना चाहिए। मण्डलायुक्त ने समीक्षा के दौरान यह भी कहा कि मार्गो के चैड़ीकरण का कार्य मानक के अनुसार सम्बंधित विभागों द्वारा निर्धारित समय पर पूर्ण किया जाय और जहां समस्या आ रही हो तो उसके सम्बंध में अपर जिलाधिकारीगण, जिलाधिकारी व मुझे अवगत कराया जाय, जिससे ससमय उसका निस्तारण किया जा सकें।
मण्डलायुक्त ने अगले चरण में अयोध्या हवाई अड्डा के निर्माण कार्यो की समीक्षा की गयी जिसमें एयरपोर्ट अर्थारिटी के पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि रनवे के फेज-1 का कार्य जनवरी 2023 के प्रथम सप्ताह में समाप्त हो जायेगा तथा टर्मिनल का कार्य मार्च 2023 तक पूर्ण कर लिया जायेगा, जिस पर मण्डलायुक्त ने कहा कि एयरपोर्ट के निर्माण में होलीस्टिक अपरोच के साथ कार्य किया जाय और स्टीमेट को रिवाइज कर कोई अन्य डिमांड न की जाय तथा निर्माण कार्य को समय पर पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई समस्या आती है तो तत्काल अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री महेन्द्र कुमार सिंह के संज्ञान में लाते हुये निस्तारण करायें तथा उसकी जानकारी जिलाधिकारी व मुझे भी बतायें। मण्डलायुक्त ने कहा कि सभी सम्बंधित विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्यो को सम्पादित करें व अनावश्यक रूप से टाल मटोल कर कार्य को प्रभावित न होने दें। यदि ऐसा पाया जाता है तो सम्बंधित के विरूद्व नियमानुसार संज्ञान लिया जायेगा। मण्डलायुक्त ने समीक्षा के दौरान उदाहरण देते हुये बताया कि विगत दिनों में हनुमानगढ़ी मुख्य मार्ग पर एक पेड़ टूटकर गिर गया था, जिसकी जानकारी मुझे हुई तो प्रातः लगभग 7 बजे मेरे द्वारा मुख्य वन संरक्षक को अवगत कराया गया कि तत्काल पेड़ को हटवाया जाय क्योंकि इससे यातायात प्रभावित हो रहा है। इस सब कार्यवाही में लगभग घंटों तक यातायात व्यवस्था प्रभावित रही, जो पर्यटक नगरी के उद्देश्य से सही नही है।
अगर नगर निगम, लोक निर्माण विभाग आदि द्वारा समय से सूचना वन विभाग को देकर कार्यवाही की गयी होती तो इतनी देर तक श्रद्वालुओं को समस्या न होती इसलिए सभी विभागीय अधिकारी अपने-अपने दायित्वों का समय से संज्ञान लेकर उसका निर्वाहन सुनिश्चित करें, जिससे भविष्य में इस प्रकार की कोई और समस्या का सामना न करना पड़े और सभी अधिकारियों का यह दायित्व है कि किसी भी शिकायत को मेरे तक पहुंचने तक पूर्व निस्तारण की कार्यवाही सुनिश्चित करें और किसी भी प्रकार का टाल मटोल न करें। मण्डलायुक्त ने समीक्षा के दौरान कार्यदायी संस्था लोक निर्माण, श्रम, धर्माथ कार्य, नगर निगम, नगर विकास, जलनिगम, पावर कार्पोरेशन, अयोध्या विकास प्राधिकरण आदि विभागों की जो अयोध्या विजन से सम्बंधित है की समीक्षा गयी।
जिलाधिकारी श्री नितीश कुमार द्वारा अयोध्या विजन 2047 का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया गया और बताया गया कि लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग आदि विभागों के अधिकारी बेहतर समन्वय से कार्य करें। उन्होंने कहा कि शासन, मुख्यमंत्री आदि वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भक्ति पथ, राम पथ, जन्मभूमि पथ, हवाई अड्डा आदि के निर्माण कार्यो की नियमित समीक्षा की जा रही है इसलिए सभी सम्बंधित विभाग निर्माण कार्यो को गुणवत्ता के साथ ससमय पूर्ण करें।
उन्होंने यह भी कहा कि यह देखने में आया है कि कई अधिकारी शनिवार व रविवार को मुख्यालय पर उपस्थित नही होते है जिससे शासन द्वारा कोई भी रिपोर्ट मांगे जाने पर प्रस्तुत करने में विलम्ब होता है इसलिए सभी जिला स्तरीय अधिकारी मुख्यालय छोड़ने से पूर्व अनुमति जिलाधिकारी स्तर से व मण्डलीय स्तरीय अधिकारी मण्डलायुक्त से अनुमति प्राप्त करने के पश्चात ही मुख्यालय छोड़ना सुनिश्चित करें। इस बैठक में मण्डल स्तर के अधिकारी/अभियन्ता गण एवं अयोध्या विजन से जुड़े हुये विभागों के अधिकारी/कर्मचारियों ने भाग लिया।