गोंडा। अध्यक्ष एवं प्रशासक, ग्रेटर शारदा सहायक समादेश परियोजना/विशेष सचिव सिंचाई विभाग डा. हीरालाल आईएएस द्वारा प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना अन्तर्गत सरयू नहर परियोजना फेज-3 के तहत ‘‘हर खेत को पानी’’ पहुंचाने का संकल्प लेकर कराये जा रहे प्रक्षेत्र विकास कार्याे में आ रहीं समस्याओं का समाधान सहभागिता/पारदर्शिता, कृषकों से समन्वय, योजना का प्रचार-प्रसार एवं उनको प्रोत्साहित करने हेतु कुलाबा स्तर पर कुलाबा बैठक (खिचड़ी भोज) का आयोजन ग्राम पूरेथान, ग्राम पंचायत उमरिया, ब्लाक हलधरमऊ तहसील करनैलगंज जनपद गोण्डा में आयोजित हुआ। कुलाबा बैठक में काडम के अधिकारियों क्रमशः रजनीश प्रकाश चैधरी, अधीक्षण अभियन्ता/संयुक्त निदेशक, अंजील सोनी मुख्य वित्तीय सलाहकार देवेन्द्र प्रताप शुक्ल, उपनिदेशक कार्मिक राधाविनोद कुमार सिंह, उपनिदेशक देवीपाटन-1 दिनेश मोहन, उपनिदेशक देेवीपाटन-2 श्रीशचन्द्र वर्मा, भू०स०अ० गोण्डा-3 जावेद अली, भू०स०अ० गोण्डा-1 आशीष कुमार, भू०स०अ० बलरामपुर -1 ज्यूतराम, भू०स०अ० बलरामपुर-2 कुन्दन कुमार, भू०स०अ० बलरामपुर-3 रचित कुमार, भू०स०अ० श्रावस्ती रामचन्द्र, भू०स०अ० बहराइच-2 विभागीय अवर अभियंता एवं कार्यप्रभारी सहित सिंचाई विभाग/जिले के अन्य अधिकारी गण जगदीश प्रसाद यादव जिला कृषि अधिकारी, के साथ संयुक्त बैठक की गयी।
कुलाबा बैठक कर किसानों एवं प्रधानों की समस्याएं सुनी गयी। प्रधान पिपरीकला ने कुछ खेतों के ऊंचे होने के कारण खेतों में पानी न जाने, प्रमोद कुमार ग्राम प्रधान बरवलिया कुर्मी ने नहरों से पर्याप्त पानी न मिल पाने से अपनी समस्या के बारें में बताया। अजय कुमार शुक्ल ग्राम प्रधान परसुपर ने गंगरौली राजवाहा एवं माइनर पर पानी नहरों के चलने से ओवरफ्लो होने की बात कही तथा पक्की सड़क पर पुलिया बनाने की बात की। उपरोक्त समस्याओं के समाधान के लिये सिंचाई विभाग की सहायक अभियन्ता रोली वर्मा एवं श्रीशचन्द्र वर्मा भूमि संरक्षण अधिकारी को समस्या का हल करने के लिये निर्देश दिये। इसी के साथ-साथ रजनीश चैधरी अधीक्षण अभियन्ता/संयुक्त निदेशक को सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियन्ता मनोज साहू के साथ संयुक्त बैठक करके समस्याओं का हल करके सिंचाई जल का अधिक से अधिक उपयोग हो सके।
सरयू नहर परियोजना फेज-3 के प्रक्षेत्र विकास कार्य के अन्तर्गत दुबई माइनर के कुलाबा नं० 6 पर निरीक्षण के दौरान पाया गया कि जहां तक पक्की गूल बनी हुयी है वहां तक खेतों की सिंचाई हो रही है उसके आगे का क्षेत्र ऊंचा है। जिसके लिये अध्यक्ष एवं प्रशासक महोदय ने नाराजगी जाहिर की व उस क्षेत्र में माइक्रो इरीगेशन की योजना बनाने के निर्देश दिये। कुलाबा नं० 6 में जो कुलाबा पाइप एवं टैंक सिंचाई विभाग द्वारा बनाया गया है उसमें कुछ कमियां हैं जिन कमियों को सिंचाई विभाग के अवर अभियन्ता पियूष कुमार को निर्देश दिये गये कि इनको दुरूस्त करावें तथा भविष्य में ऐसी कमियों की पुनरावृत्ति दुबारा न हो तथा नहरों पर कई जगह पर किसानों द्वारा कटिंग की गयी थी जिसके लिये यह निर्देश दिया गया कि जितनी जगह नहर कटी हुयी है वहां पर किसानों के साथ सिंचाई विभाग एवं कमाण्ड एरिया के अधिकारी बैठक करके क्षेत्रीय सम्भ्रांत व्यक्तियों एव कृषकों के सहयोग से इस तरह की कटिंग को बन्द करावें और भविष्य में कटिंग से होने वाले नुकसान को रोकने के लिये उन लोगो को जागरूक करें। जिन नहरों/माइनरों पर कुलाबे नहीं लगे हैं तथा कृषकों की आवश्यकता एवं मांग को देखते हुये उन कुलाबों को चिन्हित करें। जिन नहरों पर पानी जा सकता है उनका सर्वे करके वहां पर सिंचाई विभाग कुलाबा लगाए और जिस पर कमाण्ड एरिया द्वारा गूलों का निर्माण कराकर लाभान्वित किया जा सके।
डेहरास कुलाबा सं० 2 का निरीक्षण किया गया जहां पर नहर का जो आउटलेट तथा सिस्टर्न सिंचाई विभाग द्वारा बना था उसकी कमियों के लिये सम्बन्धित सिंचाई विभाग के अवर अभियंता सौरभ वर्मा कोे निर्देश दिया गया कि उन कमियों को ठीक करावें तथा भूमि संरक्षण अधिकारी को निर्देश दिया गया कि जल प्रबन्ध समिति की बैठक करके जो अपूर्ण कार्य है उसे पूर्ण करायें तथा उपस्थित कृषकों द्वारा खमरौनी माइनर के कुलाबा सं० 1 से पानी न निकलने की शिकायत की गयी जिसका निरीक्षण, विशेष सचिव सिंचाई विभाग द्वारा किया गया तथा और यह निर्णय निकाला तथा इसके लिये अवर अभियन्ता पियूष कुमार तथा सहायक अभियन्ता और अवर अभियन्ता संदीप चन्द्र गुप्ता (सिंचाई विभाग) को निर्देश दिये कि इसको डिसाइड करके क्लीयर करें कि क्यों पानी नहीं निकलता क्या कमी है। निरीक्षण के दौरान आगे बढ़ने पर एक पिच रोड नहर को काट रही थी वहां पर ह्यूम पाइप सही नहीं लगी थी जिसमें गैप था एवं पूर्ण नही था जिसको अवर अभियन्ता पियूष कुमार तथा सहायक अभियन्ता संदीप चन्द्र गुप्ता को ठीक कराने के तत्काल निर्देश दिये गए। इस दौरान कुलाबा सं० 02 पर टैंक सिस्टर्न पर पाया गया उसमें बाहर की तरफ से कुछ कमियां थी जिसे ठीक कराने के निर्देश दिये गए हैं।