Saturday, July 27, 2024
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स्वच्छता पर रील बनाएं और स्वच्छता वारियर बन जाएं

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स्वच्छता पर रील बनाएं और स्वच्छता वारियर बन जाएं

-स्वच्छता की अलख जगाने वालों को ‘स्वच्छता वारियर’ का खिताब देगी योगी सरकार

-स्वच्छता अभियान में जनभागीदारी के लिए शुरू की गई #स्वच्छतापरमोधर्म ‘स्वच्छ रील प्रतियोगिता-2023’

-15 अप्रैल तक स्वच्छता पर आधारित रील बनाकर नगर विकास विभाग को भेज सकते हैं इच्छुक प्रतिभागी

-सर्वश्रेष्ठ 3 रील्स बनाने वालों को प्रदेश सरकार देगी ‘स्वच्छता वारियर’ का खिताब

-पात्र रील्स को सरकार के प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी किया जाएगा साझा

-टॉप 10 में शुमार शेष लोगों को भी प्रदान किया जाएगा भागीदारी का प्रमाण पत्र

-सभी रील्स के वेरिफिकेशन और असेसमेंट के बाद 10 मई को होगी परिणामों की घोषणा

लखनऊ । पीएम नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप उत्तर प्रदेश को स्वच्छ प्रदेश बनाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने विगत 6 वर्ष में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। स्वच्छता अभियान के साथ-साथ योगी सरकार ने इस अभियान को जनभागीदारी से भी जोड़ा है। इसी क्रम में अब प्रदेश सरकार ने एक और रचनात्मक पहल की है। स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के अंतर्गत #स्वच्छतापरमोधर्म ‘स्वच्छ रील प्रतियोगिता-2023’ की शुरुआत की गई है। इसके तहत प्रदेश के नागरिकों से स्वच्छता पर आधारित रील्स साझा करने की अपील की गई है। 15 अप्रैल तक लोग अपनी रील्स मेल या वाट्सएप पर भेज सकते हैं। सर्वश्रेष्ठ 3 रील्स बनाने वालों को प्रदेश सरकार ‘स्वच्छता वारियर’ का खिताब प्रदान करेगी। इन तीनों रील्स को सरकार के प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर साझा किया जाएगा। वहीं टॉप 10 में शुमार शेष लोगों को भागीदारी का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय निकाय) की निदेशक नेहा शर्मा ने बताया कि रील्स की थीम गारबेज फ्री सिटी (जीएफसी) के तहत परिभाषित किसी एक विषय पर होनी चाहिए। साथ ही रील की सेटिंग उत्तर प्रदेश अर्बन होनी चाहिए। एंट्री जमा करने की लास्ट डेट 15 अप्रैल, 2023 है। सभी पात्र रील्स को स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) उत्तर प्रदेश के इंस्टाग्राम और फेसबुक पेज पर 30 अप्रैल 2023 तक अपलोड किया जाएगा। परिणामों की घोषणा 10 मई, 2023 को की जाएगी।

इन विषयों पर बना सकते हैं रील

  • स्वच्छता बायो-डिग्रेडेबल वेस्ट मैनेजमेंट (BWM)

  • प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन (PWM) • ग्रे जल प्रबंधन (GWM)

  • मल कीचड़ प्रबंधन (एफएसएम)

  • व्यवहार परिवर्तन

  • स्वच्छ सर्वेक्षण 2023

कहां जमा करनी है एंट्री?
ईमेल द्वारा अपनी एंट्री nagarvikasup326@gmail.com पर भेजें या फिर 7309519520 पर वाट्सएप करें।

रील में क्या होना आवश्यक है?

  • प्रस्तुतियों के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।

    -अधिकतम 45 सेकंड का रील (वीडियो) होना चाहिए।

    -रील के लिए कैप्शन 50 शब्दों से अधिक नहीं होना चाहिए।

    -प्रत्येक रील 5 एमबी से कम होनी चाहिए।

    -रील ओरिएंटेशन लैंडस्केप या पोर्ट्रेट हो सकता है।

    -वीडियो लेने के लिए कोई अपने मोबाइल फोन/कैमरा का उपयोग कर सकता है।

    -प्रविष्टि मूल होनी चाहिए और पहले किसी भी प्रिंट या डिजिटल मीडिया में प्रकाशित नहीं की गई हो।

    -प्रविष्टि में कॉपीराइट या ट्रेडमार्क वाली छवियां और लोगो शामिल नहीं होने चाहिए।

    -रील को उसकी रचनात्मकता, नवीनता, ऑडियो/संगीत और उपभोक्ता-अनुकूल सामग्री के आधार पर आंका जाएगा।

    -सभी पात्र रील्स को स्वच्छ भारत मिशन शहरी उत्तर प्रदेश सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया जाएगा, जैसे @nagarvikasup।

सामान्य दिशानिर्देश

  1. प्रतियोगिता केवल भारतीय नागरिकों के लिए है जो शौकिया फिल्म निर्माता हैं और वर्तमान में उच्च/उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कॉलेज और विश्वविद्यालय (निजी और सार्वजनिक दोनों) के छात्र हैं।

  2. शौकिया फिल्म निर्माता: जो रचनात्मक इच्छा के लिए फिल्मों को एक शौक के रूप में बनाते हैं, लेकिन उसकी आय का प्रमुख स्रोत किसी अन्य माध्यम से होना चाहिए।

  3. फिल्म केवल उत्तर प्रदेश के शहरी क्षेत्रों पर आधारित होनी चाहिए।

  4. प्रतिभागी को यह सुनिश्चित करना होगा कि उसका प्रोफाइल सटीक और अद्यतन है क्योंकि एसबीएम अर्बन उत्तर प्रदेश आगे संचार के लिए इसका उपयोग करेगा। इसमें नाम, फोटो छात्र आईडी और फोन नंबर जैसे विवरण शामिल हैं। अधूरी प्रोफाइल वाली प्रविष्टियों पर विचार नहीं किया जाएगा।

  5. आवेदक विधिवत अधिकृत होना।चाहिए। आवेदक घोषित करेगा कि यह प्रस्तुति किसी कानून का उल्लंघन नहीं है और न ही किसी भी तरह से किसी संस्था या किसी तीसरे पक्ष के किसी भी अधिकार का उल्लंघन करता है।

  6. प्रतिभागी वही व्यक्ति होना चाहिए जिसने रील की संकल्पना की है और उसे शूट किया है और साहित्यिक चोरी स्वीकार नहीं की जाएगी। प्रतियोगिता से अयोग्यता तक ही नहीं बल्कि इस खंड के किसी भी उल्लंघन के खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

  7. पुरस्कार विजेता रील का उपयोग एसबीएम-यू उत्तर प्रदेश द्वारा प्रचार और प्रदर्शन उद्देश्यों के लिए और किसी अन्य उपयोग के लिए भी किया जा सकता है, जैसा कि पहल के लिए उपयुक्त समझा जा सकता है, न कि किसी व्यावसायिक उद्देश्य के लिए।

  8. कृपया ध्यान दें कि रील मूल होनी चाहिए और इसमें भारतीय कॉपीराइट एक्ट के किसी भी प्रावधान का उल्लंघन नहीं होना चाहिए।

  9. रील में कोई उत्तेजक, आपत्तिजनक या अनुचित सामग्री नहीं होनी चाहिए क्योंकि लघु फिल्म सभी आयु समूहों द्वारा देखने के लिए है। 10. कोई भी व्यक्ति जो दूसरों के कॉपीराइट का उल्लंघन करता पाया गया, उसे प्रतियोगिता से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।

    प्रतिभागियों द्वारा किए गए कॉपीराइट उल्लंघन या बौद्धिक संपदा के उल्लंघन के लिए आयोजकों की कोई जिम्मेदारी नहीं है।

  10. आयोजक बिना कोई कारण बताए किसी भी प्रविष्टि को अस्वीकार करने का अधिकार सुरक्षित रखते हैं। 12. आयोजक किसी भी क्षति के लिए कोई जिम्मेदारी स्वीकार नहीं करते हैं।

  11. यदि प्रतिभागी किसी भी कारण से प्रविष्टि जमा करने की अंतिम तिथि और समय से पहले अपनी प्रविष्टियां अपलोड करने में सक्षम नहीं होते हैं तो आयोजकों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाएगा।

  12. प्रविष्टियां समापन तिथि तक और प्रतियोगिता के नियमों और शर्तों में निर्धारित तरीके से की जानी चाहिए। ऐसा करने में विफलता के परिणामस्वरूप अयोग्यता होगी।

  13. एक ही प्रतिभागी द्वारा एक से अधिक प्रविष्टियां करने पर विचार नहीं किया जाएगा।

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