जनप्रतिनिधियों ने की बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा
सभी नाले को किया जाये साफ, नावों की हो व्यवस्था
जनप्रतिनिधियों को बाढ़ पूर्व तैयारियों से कराया अवगत
बाढ़ से बेहतर तरीके से निपटने के लिये प्लान तैयार है – डीएम
27 बाढ़ चौकियों व 334 नावों से होगा बाढ़ राहत कार्य
बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार
गोंडा। बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित जिला पंचायत सभागार में गोण्डा में आने वाली संभावित बाढ़ को लेकर जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी, समस्त एसडीएम, अधिशासी अधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा की। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से आहूत की गई बैठक में जिलाधिकारी डॉ उज्ज्वल कुमार ने जनप्रतिनिधियों को जिला प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों से अवगत कराया। उन्हें आश्वासन दिया कि बाढ़ से बेहतर तरीके से निपटने के लिये सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। बाढ़ से पूर्व तैयारियों को और बेहतर बना लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए बाढ़ स्टीयरिंग कमेटी की बैठक भी कर ली गई है।
उन्होंने बताया जिलाधिकारी कार्यालय में आपदा की स्थिति से निपटने के लिए कन्ट्रोल रुम की स्थापना की गयी है, जिसका फोन नम्बर- 05262-230125 है। यह 24 घण्टे क्रियाशील है। बाढ़ राहत खाद्य सामग्री तथा पशु चारे हेतु भूसे का टेन्डर कर लिया गया है। तरबगंज के 12, मनकापुर के 1, कर्नलगंज के 11 तथा सदर तहसील में 3 सहित कुल 27 बाढ चौकियां निर्धारित कर ली गयी हैं। तरबगंज में 20, मनकापुर में 1 तथा कर्नलगंज में 10 सहित कुल 31 बाढ़ शरणालयों को निर्धारित कर लिया गया है । राहत व बचाव कार्य हेतु 334 नावों की व्यवस्था पर ली गयी है जिसमे तरबगंज में 304, मनकापुर में 6 तथा कर्नलगंज में 24 नावें है। राहत व बचाव कार्य में सहयोग के लिए जनपद में एक टीम पीएसी फ्लड है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग व पशुपालन विभाग द्वारा टीकाकरण का कार्य व पंचायत विभाग के द्वारा साफ-सफाई व दवा छिड़काव किया जा रहा है।
राहत सामग्री की सूची तैयार
एडीएम ने बताया कि बाढ़ राहत खाद्य सामग्री की सूची तैयार कर ली गयी है। राहत सामग्री में लाई, भूना चना, गुड़, बिस्कुट, माचिस, मोमबत्ती, नहाने का साबुन, जरीकेन, त्रिपाल, आंटा, चावल, अरहर दाल, आलू, हल्दी, मिर्च, सब्जी मसाला, सरसों का तेल एवं नमक दिया जायेगा। इसके कम्युनिटी किचन के माध्यम से भी पका भोजन बाढ़ प्रभावितों को उपलब्ध कराया जायेगा।जनप्रतिनिधियों ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रभावित क्षेत्रों में छोटी नालियों से लेकर बड़े नालों की साफ- सफाई, नावों की मरम्मत, नाविक, राहत कैंप, दवाओं की उपलब्धता, डॉक्टर टीम, आपदा प्रबंधन टीम एवं अन्य संबंधित व्यवस्था पूर्व से ही सुदृढ़ कर ली जाए।
प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के वैक्सीनेशन पर उन्होंने सीवीओ को विशेष ध्यान देने की बात कही। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों से सुझाव लेते हुए उन क्षेत्रों के समस्त व्यवस्थाओं को पूर्ण कर लिया जाए। शासन की मंशा है कि प्रभावित क्षेत्रों के जनसामान्य को तत्काल और पर्याप्त मदद मिलनी चाहिए इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही ना होने पाये। उन्होंने कहा कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों में जनसामान्य हेतु राशन, दवा एवं अन्य राहत सामग्री पूर्व से व्यवस्थित करना सुनिश्चित कर लिया जाए ताकि आपदा से निपटने में किसी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न ना होने पाए।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम मिश्र, एमएलसी अवधेश कुमार सिंह उर्फ मंजू सिंह, मुख्य विकास अधिकारी एम.अरून्मोली, अपर जिलाधिकारी सुरेश कुमार सोनी, अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज, नगर मजिस्ट्रेट अर्पित गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रश्मि वर्मा, समस्त उपजिलाधिकारी गोण्डा, सांसद प्रतिनिधि कैसरगंज एवं गोंडा, जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव, सहित सभी संबंधित विभाग के समस्त जनपद स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।