हनुमानगढ़ी नाका के महंत रामदास ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा मंदिर में चढ़ाए गए फूल प्राप्त करने के लिए नाका हनुमानगढ़ी से एमओयू किया गया है। मंहत ने बताया कि प्रतिदिन श्रद्धालुओं द्वारा बड़ी मात्रा में गेंदा, गुलाब, तुलसी अर्पित किए जाते है। इन्हीं निस्तारित फूलों को विश्वविद्यालय में उपलब्ध कराया जायेगा।
विश्वविद्यालय के इत्र प्लांट में इत्र एवं अन्य सुगन्धित उत्पाद निर्मित करेगा। पृथ्वी एवं पर्यावरण विज्ञान संस्थान के प्रो0 जसवंत सिंह ने कहा कि हनुमानगढ़ी मंदिर नाका, अयोध्या के बीच तीन वर्ष के लिए पुनः एमओयू किया गया। मंदिरों से निकलने वाले इत्र मंदिरों में आपूर्ति किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि इसमें वोकेशनल के विद्यार्थियों को प्रशिक्षित कराने के साथ रोजगारन्मुखी बनाना है। मौके पर मंदिर न्यासी संतोष मिश्रा, वेद प्रकाश, शिव भोला, श्रवण तिवारी, अजय तिवारी सहित अन्य मौजूद रहे। मीडिया प्रभारी