हीट वेब से बचाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा तैयार की जा रही है कार्ययोजना
जिला आपदा विशेषज्ञ ने बताये गर्म हवा व लू से बचाव के टिप्स
गोंडा। जलवायु परिवर्तन का असर मौसम पर सीधे देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में मौसम का तापमान विगत वर्ष की अपेक्षा सामान्य तापमान से 3-4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है तथा पूर्वानुमान है कि इस वर्ष पिछले साल की अपेक्षा अधिक गर्मी पड़ेगी। ऐसे मे यह आवश्यक हो गया है कि जनसामान्य आने वाले दिनों में संभावित हीट वेब (लू) से बचाव को लेकर अभी से सतर्क हो जायें तथा लू से बचाव के उपायों को जान सकें एवं अपना व समुदाय का बचाव कर सकें।
जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि 28 फरवरी को लखनऊ में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में हीट वेब (लू) से बचाव एवं उपायों तथा जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम पर प्रभाव आदि के सम्बन्ध विस्तृत चर्चा की गई जिसमें आगामी दिनों में गर्म हवा/लू से बचाव के बारे में तैयारियां करने एवं हीट वेब से होने वाले दुष्प्रभावों को कम करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर विभिन्न विभागों के सहयोग से प्रभावी कार्यवाही कराने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशन में हीट वेब(लूू)प्रबंधन के सम्बन्ध में राजस्व, स्वास्थ्य विभाग, पंचायतीराज, पूर्ति विभाग, नगर निकायों, पशुपालन, पुलिस कृषि सहित अन्य विभागों के माध्यम से कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
आपदा विशेषज्ञ ने संभावित गर्म हवा/लू से बचाव के तरीके बताते हुए कहा कि गर्मी हवाओं से बचने के लिए खिड़की को रिफ्लेक्टर जैसे एलुमिनियम पन्नी, गत्ते इत्यादि से ढककर रखें, ताकि बाहर की गर्मी को अन्दर आने से रोका जा सके। उन खिड़कियों व दरवाजों पर, जिनसे दोपहर के समय गर्म हवाएं आतीं हैं, काले परदे लगाकर रखना चाहिए। स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सुनें और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सजग रहें। आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें। बच्चों तथा पालतू जानवरों को कभी भी बन्द वाहन में अकेला न छोड़ें। जहां तक सम्भव हो घर में ही रहें तथा सूर्य के ताप से बचें। सूर्य के ताप से बचने के लिए जहां तक संभव हो घर की निचली मंजिल पर रहें। संतुलित, हल्का व नियमित भोजन करें। मादक पेय पदार्थों का सेवन न करें। घर से बाहर अपने शरीर व सिर को कपड़े या टोपी से ढककर रखें।
उन्होंने बचाव के बारे में बताते हुए कहा कि धूप में खड़े वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोड़ें। खाना बनाते समय घर के खिड़की दरवाजे आदि खुले रखें जिससे हवा का आना जाना बना रहे। नशीले पदार्थों, शराब अथवा अल्कोहल से बचें। उच्च प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन करें तथा बासी भोजन कतई न इस्तेमाल करें इसके साथ ही संतुलित व हल्का आहार लें। दोपहर के समय यदि बहुत आवश्यक हो तभी घर से धूप में बाहर निकलें अन्यथा धूप में जाने से बचें और यदि जाना ही पड़े तो सिर को जरूर ढकें। घर में पेय पदार्थ जैसे लस्सी, छांछ, मट्ठा, बेल का शर्बत, नमक चीनी का घोल, नीबू पानी या आम का पना इत्यादि का प्रयोग करें। उन्होंने बताया कि लू व गर्म हवा से बचाव के लिए विभिन्न उपायों को अपनाना चाहिए।