Friday, March 29, 2024
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प्री-मानसून गतिविधि : पश्चिमी विक्षोभ से कई राज्य में बदला मौसम, 17 राज्यों में 19 मई तक बारिश का अलर्ट

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 प्री-मानसून गतिविधि : पश्चिमी विक्षोभ से कई राज्य में बदला मौसम, 17 राज्यों में 19 मई तक बारिश का अलर्ट

नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। दरअसल मानसून(monsoon 2022) के देश में एंट्री हो चुकी है। अंडमान में मानसून के पहुंचने के साथ ही राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में बादल घिरने का अलर्ट आईएमडी ने किया है।  Kerela में 27 मई तक पहुंचने की संभावना जताई गई है। वहीं मौसम विभाग की माने तो अंडमान निकोबार समूह में मानसून 22 मई से सक्रिय हो जाएगा। वही देश में समय से पहले मानसून की दस्तक हुई है। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि केरल में यह तय तिथि से पहले पहुंचेगा।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अनुमान लगाया है कि मानसून की बारिश 27 मई को केरल में आएगी। यह सामान्य 1 जून की शुरुआत की तारीख से पांच दिन पहले है। आने वाले दिनों में यह तट से पूरे देश में फैल जाता है।केरल में प्री-मानसून बारिश (pre-monsoon rain) शुरू हो चुकी है। IMD ने दक्षिण-पश्चिम मानसून के अंडमान सागर में जाने की चेतावनी जारी की है, जिससे आने वाले दिनों में और बारिश और तेज मौसम आएगा। अंडमान सागर के साथ तारीख आमतौर पर 22 मई है। पिछले महीने, मौसम सेवा ने भविष्यवाणी की थी कि इस साल देश में सामान्य मानसून बारिश होगी।

इतना ही नहीं आई IMD की माने तो मंगलवार और बुधवार को भी राजधानी दिल्ली में धूल भरी आंधी चलेगी इसके साथ ही हल्के बादल छाए रहेंगे। जिससे लोगों को लू से राहत मिलेगी। हालांकि कई राज्यों में तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। तापमान में दो से तीन फीसद की गिरावट से आम जनता को राहत मिलेगी। वही IMD की माने तो दो-तीन दिन के बाद दक्षिण पश्चिम मानसून के बंगाल की खाड़ी के आगे बढ़ने की संभावना जताई गई है। जिसके बाद बारिश का दौर शुरू होगा वही यह बारिश 4 महीने तक लागू रहेगी।

मौसम विभाग की माने तो मध्य पाकिस्तान में एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो रहा। मंगलवार से एक्टिव होने वाले इस पश्चिमी विक्षोभ के कारण पर्वतीय राज्य में बारिश का दौर देखने को मिलेगा। दरअसल जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं आसमान में बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग की मानें तो हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। मई 27 मई तक मानसून के केरल पहुंचने के बाद केरल, गोवा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु में बारिश का दौर शुरू होने की सम्भावना जताई गई है।

इधर मौसम विभाग की माने मध्य और उत्तर भारत में Heatwave की संभावना जताई गई है। हालांकि अधिकतम तापमान में तीन से चार फीसद की गिरावट रिकॉर्ड की जाएगी। जबकि बिहार, झारखंड, बंगाल सहित यूपी के कुछ हिस्से में 17 मई तक लू का हाई अलर्ट किया गया। तमिलनाडु, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में गरज चमक के साथ भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। दरअसल साइक्लोनिक सरकुलेशन के बाद केरल सहित कर्नाटक और तमिलनाडु में भारी बारिश देखने को मिल रही है। इसके अलावा पूर्वी राज्य असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड में भी बारिश का दौर जारी रहेगा। दरअसल 20 मई तक इन राज्यों में भारी बारिश और गरज चमक का अलर्ट जारी किया गया है।

आईएमडी ने सोमवार को कहा कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में तापमान में तीन से चार फीसद की गिरावट रिकॉर्ड की गई है। वहीं 17 मई तक 17 राज्यों में हीटवेव पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। 17 मई के बाद कहीं भी हीटवेव देखने को नहीं मिलेगा। राजधानी दिल्ली में तापमान में 2 फीसद की गिरावट रिकॉर्ड की गई है। सफदरगंज में सर्वाधिक 47 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। वहीं उत्तर प्रदेश और बिहार में भी तापमान में दो से तीन फीसद की गिरावट रिकॉर्ड की गई है।

दिल्ली में आंधी के साथ हल्की बारिश और बादल गिरने का अनुमान जताया गया जबकि उत्तराखंड समेत हिमाचल में बारिश का दौर शुरू होगा। रविवार को हरियाणा सीमा के पास मुंगेशपुर में तापमान 49 डिग्री तक पहुंच गया, जो मई 1966 में बनाए गए 48 डिग्री के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ रहा है। बारिश की कमी को राष्ट्रीय राजधानी में अत्यधिक तापमान के कारणों में से एक माना जाता है। देश के कई अन्य हिस्सों, जैसे हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में अभी भी भीषण गर्मी पड़ रही है।

जब वर्षा मात्रात्मक रूप से लंबी अवधि के औसत का 99 प्रतिशत होती है, तो इसे सामान्य (एलपीए) माना जाता है। 17 से 20 के बीच अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी से बहुत भारी बारिश संभव है। अगले तीन से चार दिनों तक पूरे पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश जारी रहेगी। मानसून आने तक केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु के अंदरूनी हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और पूर्वोत्तर भारत में भारी प्री-मॉनसून बारिश जारी रहेगी।

कर्नाटक के कुछ हिस्सों के लिए आगे बाढ़ वाली प्री मॉनसून बारिश

केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है और पिछले 24 घंटों में, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक सहित कर्नाटक राज्य। आंतरिक तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में भी बारिश हुई है।
आने वाले तीन दिनों में तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में बाढ़ की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। इनमें से कल और बारिश होने की संभावना है, आज भारी बारिश तटीय भागों तक ही सीमित रहेगी। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक क्षेत्र में कल सबसे भारी बारिश देखी जा सकती है। कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश देखने को मिल सकती है।

तमिलनाडु के अंदरूनी हिस्सों में कुछ बारिश हो सकती है, अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। ये बारिश एक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र और लक्षद्वीप क्षेत्र के ऊपर एक अपतटीय भंवर के सहयोग से हो रही है, जो अब तट के करीब जा रहा है। इस प्रकार, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से सटे तटीय कर्नाटक पर एक अच्छा परिसंचरण चिह्नित किया गया है, जो कल थोड़ा अंदर की ओर स्थानांतरित हो रहा है।

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