ईश्वर के द्वारा हमें जो प्राप्त है वही जीवन के लिए प्रयाप्त है : कथाप्रवक्ता पूज्य बाल आलोकानंद व्यासजी
रुदौली (अयोध्या ) ईश्वर द्वारा प्रदत्त सांसारिक वस्तु नश्वर है वही जीवन में उपयोग के लिए प्रयाप्त है। अतिशय संचित वस्तु को साथ नहीं ले जा सकते है केवल अर्जित कर्म कमाई ही साथ जायेगी । पूरे काजी,शिवपुरम कालोनी श्री नर्मदेश्वर महादेव मंदिर पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम में अयोध्याधाम से पधारे सुप्रसिद्ध कथाप्रवक्ता पूज्य बाल आलोकानंद व्यासजी ने प्रथम दिवस श्रीमद्भागवत कथा महात्म्य की चर्चा करते हुए कहा कि ईश्वर के द्वारा हमें जो प्राप्त है वही जीवन के लिए प्रयाप्त है,प्रत्येक व्यक्ति इस भाव से अपना जीवन यापन करे तो कभी हताश व निराश नही होगा ,
मनुष्य न तो कुछ साथ लाया है और न ही साथ कुछ ले कर जाएगा ।केवल जीवन में अर्जित सद कर्म के पुण्य लाभ को लेकर जायेगा इसलिए मनुष्य को हमेशा अच्छे कर्म करना चाहिए ।कथा के मुख्य यजमान सेवानिवृत्त अध्यापक किरण चन्द्र मिश्र के प्रांगण में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस में पूज्य बाल आलोकानंद व्यास जी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र से ज्ञान और वैराग्य प्राप्त हो जाते है ,और धुंधकारी को प्रेत योनि से मुक्ति मिल गई, व्यास जी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र से जब धुंधकारी को ले जाने के लिए भगवान के पार्षद आये तो गोकर्ण जी महाराज और अन्य श्रोतागण आश्चर्यचकित हो गए,
और पुनः श्रोताओ ने श्री गोकर्ण जी महाराज से कथा शुभारम्भ करने की विनती की नित्य नियम के साथ में समस्त श्रोताओ ने भगवान की मंगलमयी कथाअमृत वर्षा का रसास्वादन किया भगवान ने सबके लिए विमान भेजा श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से सबका जीवन कृतार्थ हो गया,धन्य हो गया,श्रीमद्भागवत कथा का प्रथम दिवस मुख्य श्रोता श्री पारितोष मिश्र जी,श्री किरण चंद मिश्रा .विंध्यवासिनी प्रसाद मिश्र. दयाशंकर मिश्रा .अतुल पांडे .अविनाश मिश्रा .सतीश शर्मा .दुर्गा प्रसाद पाठक .अशोक मिश्रा .रबू अभय .अतुल. अशोक मिश्र उर्फ मुन्ना पंडित .श्रीचंद .राजकिशोर कसौधन. विद्याशंकर .अर्जुन .हर्षित .उज्जवल .सहित तमाम श्रोता उपस्थित रहे