गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह के मार्गदर्शन में शुक्रवार को नैक मूल्यांकन को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान नैक मूल्यांकन के लिए बनाए गए सात मापदंडों पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया तथा प्रत्येक मापदंड के संयोजकों से अब तक की प्रगति एवं आगे की योजनाओं के संदर्भ में रिपोर्ट ली गई। सुबह से लेकर देर शाम तक चले मैराथन बैठक में सभी संयोजकों ने एक-एक कर अपनी तैयारियों को पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया।
कुलपति ने कहा कि सभी शिक्षकों को अपने रिसर्च की गतिविधियों पर आधारित पब्लिकेशन को अपने प्रोफाइल, सीवी, बॉयोडाटा नैक टीम द्वारा बनाये गए फॉरमेट के अनुसार बना कर विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। इसी डाटा का प्रयोग कर अवार्ड देने, प्रमोशन, बाहरी प्रोजेक्ट की अनुमति, नौकरियों के लिए मान्यता, फेलोशिप के लिए किया जाएगा। सभी शिक्षक सात दिन के अंदर अपने बॉयोडाटा में अवार्ड और पब्लिकेशन को दर्शाते हुए समस्त जानकारी अपलोड कर दें। नैक मूल्यांकन में इसकी अहमियत ज्यादा है। प्रोजेक्ट के फंड, प्रमोशन, मान्यता, फेलोशिप के लिए आवेदन के दौरान अब यह आवश्यक हो गया है।
कुलपति ने कहा कि नैक मूल्यांकन के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अप्रैल में आवेदन किया जाएगा। हमें अपनी तैयारियों को गति देने की आवश्यकता है। विश्वविद्यालय के पास ज्यादातर मानक पूरे हैं। हमें नैक मूल्यांकन में इसे अच्छे तरीके से प्रस्तुत करना है। बैठक के दौरान कुलपति ने करिकुलर एस्पेक्ट्स, टीचिंग लर्निंग एंड इवोल्यूशन, रिसर्च इन्नोवेशन एंड एक्सटेंशन एक्टिविटीज, इंफ्रास्ट्रक्चर एंड लर्निंग रिसोर्सेज, स्टूडेंट सपोर्ट एंड प्रोगेशन, गवर्नेंस लीडरशिप एंड मैनेजमेंट, इंस्टीट्यूशनल वैल्यूज एंड बेस्ट प्रैक्टिसेज इत्यादि मापदंडो की समीक्षा करने के साथ उसे और बेहतर बनाने के टिप्स दिए। बैठक में नैक के कोआर्डिनेटर प्रो. संदीप दीक्षित, आईक्यूएसी के डायरेक्टर प्रो. अजय सिंह, प्रो. विनय कुमार सिंह, प्रो गौर हरि बेहरा, प्रो सुनीता मुर्म आदि लोग मौजूद रहे।
सात दिन के अंदर अपने बॉयोडाटा को उपलब्धियों समेत अपलोड करें शिक्षक
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