कठिन तपस्या से ही मिलती है सफलता : आचार्य अनूप बाजपेयी जी
मिल्कीपुर(अयोध्या) । मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के अस्थना गांव में राम बिहारी पान्डेय के यहाँ चल रही संगीत मयी श्रीमद भागवत पुराण कथा में कथा व्यास आचार्य अनूप वाजपेई महराज जी ने कथा श्ववण करने आए भक्तों को अपनी बाणी से मनमुग्ध करते हुए कहा कि मनुष्य को जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफल होना हो चाहे वो सांसारिक क्षेत्र हो या आध्यात्मि मार्ग, कठिन पुरुषार्थ और दृढ़ इच्छा शक्ति की अति आवश्यकता होती है।
प्रेमा भक्ति के अन्तरिक्ष का उज्ज्वलतम सितारा ध्रुव जी महाराज ने मात्र पांच वर्ष की अवस्था में भगवान को कठिन तपस्या से प्राप्त कर संसार के लोगों को ये बता दिया की ईश्वर को कभी भी, कहीं भी, कोई भी भगवान को प्राप्त कर सकता है। हरि ब्यापक सर्वत्र समाना, प्रेम ते प्रगट होहि मैं जाना।
नारद जी महाराज पांच वर्षीय ध्रुव जी को रोकना चाहते थे और कहा की जंगल में हिंशक पशु आपको मार कर खा जायेंगे वहां आपको जल कौन पिलायेगा। ध्रुव जी ने उत्तर दिया, मां के पेट में कौन देख रेख करता था कौन जल पिलाया था जिसने मां के गर्भ में रक्षा किया ,पाला, पोषा वही जंगल में भी देखेगा ।
ध्रुव जी की दृढ़ इच्छा शक्ति को देख कर नारद जी ने आशीर्वाद दिया परमात्मा को तुम अवश्य प्राप्त करोगे और ध्रुव जी ने ईश्वर को प्राप्त भी किया , कठिन तपस्या से संसार और ईश्वर को जीता जा सकता है भक्त के बस में भगवान हो जाता है।
कथा श्रवण करने वालों में मुख्य यजमान राम बिहारी पान्डेय पत्नी राजकुमारी पान्डेय, शिव कुमार पाण्डेय, जगदम्बा प्रसाद पान्डेय, अम्विका प्रसाद,अखिलेश, कुलदीप पूरन विश्व कर्मा सहित सैकड़ों गांव वासी मौजूद रहे।