राज्यपाल का दीपोत्सव के लिए जनसहभागिता एवं जनसहयोग अभियान 10 अक्टूबर से
अयोध्या। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने 23 अक्टूबर को अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव में आमजनमानस की भावानात्मक जनसहभागिता स्थापित करने की पहल की। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन ने दीपोत्सव कार्यक्रम यादगार बनाने के लिए विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों के माध्यम से जनसहभागिता स्थापित करने की दिशा में उचित प्रयास शुरू कर दिए है। इसकी औपचारिकता की शुरूआत 07 अक्टूबर को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 अखिलेश कुमार सिंह ने परिसर से जिला प्रशासन की उपस्थित में शुरू कर दी है।
जिसमें स्वयं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व राजभवन परिवार तथा बड़ी संख्या में परिसर के शिक्षकों की दीपोत्सव सामग्री को दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो0 अजय प्रताप सिंह को प्रदान किया गया। यह राज्यपाल की प्रेरणा से जनसहभागिता एवं जनसहयोग अभियान 10 अक्टूबर से लेकर 18 अक्टूबर तक वृहत स्तर पर चलेगा। जिसमें विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्र-छात्राओं एवं सम्बन्धित क्षेत्र के जन-सामान्य के सहयोग से दीप प्रज्ज्वलन कार्यक्रम हेतु स्वेच्छा से तेल, बाती एवं मोमबत्ती का संग्रह किया जायेगा।
अविवि के कुलपति प्रो0 अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि अयोध्या के राम की पैड़ी पर दिव्य दीपोत्सव कार्यक्र्रम पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश, जिला प्रशासन के सहयोग से विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के विद्यार्थी दीपक प्रज्ज्वलित करते आ रहे है। जिसमें चार बार गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड में नाम दर्ज किया है। 23 अक्टूबर, 2022 को छठवां दीपोत्सव सम्पन्न होगा।
इसमें प्रदेश शासन के दिए गए लक्ष्य को प्राप्त कर पुनः गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड में नाम दर्ज किया जायेगा। कुलपति प्रो0 सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय की कुलाधिपति व प्रदेश राज्यपाल ने दीपोत्सव में आमजनमानस के भावानात्मक जुड़ाव के लिए जन-सहभागिता स्थापित करने पर बल दिया है। इसके लिए विश्वविद्यालय परिवार से जुड़े समस्त महाविद्यालयों के शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्र-छात्राओं एवं सम्बन्धित क्षेत्र के जन-सामान्य से भी दीप प्रज्ज्वलन कार्यक्रम हेतु स्वेच्छा से सरसों का तेल, बाती एवं मोमबत्ती प्रदान किये जाने के लिए आग्रह किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस औपचारिक की शुरूआत महामहिम राज्यपाल व राजभवन परिवार द्वारा सरसों का तेल, बाती एवं मोमबत्ती देकर किया गया। कुलपति प्रो0 सिंह ने बताया कि इस बार का छठा दीपोत्सव कुछ अलग छठा बिखेरेगा। इसमें जनसहभागिता के माध्यम से एकत्र किए गए दीपोत्सव सामग्री से आम जनमानस अपने को जुड़ा पायेगा। अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अयोध्या के दीपोत्सव की अलग पहचान बनेगी।
कुलपति ने बताया कि आम जनमानस दीपोत्सव में अपना सहयोग स्वैच्छिक सहयोग विश्वविद्यालय परिसर में अथवा सम्बद्ध महाविद्यालयों के माध्यम से विश्वविद्यालय को प्रेषित कर सकते है। इस संबंध में दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो0 अजय प्रताप सिंह ने बताया कि दीपोत्सव में आम जनमानस के स्वैच्छिक सहयोग में दिए गए सामग्री की सूची बनाई जा रही है। कुलपति के कुशल निर्देशन में राज्यपाल के दिए गए जनसहयोग की अपील लोगों में भावनात्मक स्तर पर जुड़ाव महसूस करायेगी।
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