Friday, March 29, 2024
spot_img

अविवि में ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति ने श्रोताओं का मन मोहा

56 / 100

अविवि में ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति ने श्रोताओं का मन मोहा

देश की सांस्कृतिक विरासत से अन्य को जागरूक करेंः नृत्यांगना कविता द्विवेदी

अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के संत कबीर सभागार में मंगलवार को स्पिक मैके की ओर से प्रसिद्ध ओडिसी नृत्यांगना कविता द्विवेदी की मनोहारी प्रस्तुति ने श्रोताओं का मन मोह लिया। कार्यक्रम के दौरान नृत्यांगना ने छात्र-छात्राओं को अपने भाव-भंगिमाओं से नृत्य के विभिन्न पक्षों से परिचित कराया। इसके अलावा उन्होंने ओडिसी नृत्य की बारीकियों से रूबरू कराते हुए उसके महत्व से भी अवगत कराया। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि हमें अपनी कला व संस्कृति को जानने की जरूरत है। इस विरासत को बचाने के लिए स्वयं के साथ अन्य को जागरूक करें।

    कार्यक्रम की शुरूआत में नृत्यांगना कविता द्विवेदी ने माॅ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ किया। कार्यक्रम में कलाकारों का स्वागत करते हुए अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो0 नीलम पाठक ने बताया कि देश की विरासत को कुशल कलाकारों के माध्यम से रूबरू कराना है। जिससे छात्रों को अपनी संस्कृति की पहचान हो सके। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव उमानाथ एवं वित्त अधिकारी प्रो0 चयन कुमार ने प्रसिद्ध नृत्यांगना एवं कलाकारों का स्मृति चिन्ह एवं पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम में प्रो0 एसएस मिश्र, प्रो0 आरके सिंह, प्रो0 शैलेन्द्र कुमार, डाॅ0 शिवी श्रीवास्तव, डाॅ0 नीलम यादव, डाॅ0 सुरेन्द्र मिश्र, डाॅ0 मणिकांत त्रिपाठी, डाॅ0 पंकज सिंह, डाॅ0 प्रदीप, आशाीष मिश्र सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

JOIN

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

For You
- FOLLOW OUR GOOGLE NEWS FEDS -spot_img
डा राम मनोहर लोहिया अवध विश्व विश्वविद्यालय अयोध्या , परीक्षा समय सारणी
spot_img

क्या राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने से कांग्रेस को फायदा हो सकता है?

View Results

Loading ... Loading ...
Latest news
प्रभु श्रीरामलला सरकार के शुभ श्रृंगार के अलौकिक दर्शन का लाभ उठाएं राम कथा सुखदाई साधों, राम कथा सुखदाई……. दीपोत्सव 2022 श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने फोटो के साथ बताई राम मंदिर निर्माण की स्थिति