मिल्कीपुर (अयोध्या)।मिल्कीपुर ब्लाक क्षेत्र के तेन्धा बाजार में सात दिवसीय भगवत कथा के दूसरे दिन मथुरा वृंदावन की सुप्रसिद्ध कथा वाचक पूजा शास्त्री ने अपने मुखारविंदु से क्षेत्र वासी भक्तजनों को भगवत कथा का रसपान कराया। तेंधा बाजार निवासी व्यापारी दयाराम अग्रहरि के संयोजन में आयोजित भागवत कथा के दूसरे दिन भगवत कथा पर विशेष चर्चा करते हुए कथा व्यास पूजा शास्त्री ने मौजूद श्रोताओं को बताया कि जब भगवान हस्तिनापुर से द्वारिका जा रहे थे तब कुंती बुआ ने दु:ख का वरदान मांगा था।
उन्होंने बताया कि अगर जीवन में दु:ख आता है, तो कभी भी घबराना नहीं चाहिए। दुख में ही भगवान याद आते हैं। क्योंकि कहा गया है कि सुख में सुमिरन सब करें, दु:ख में करे न कोय। इसलिए महान बनने के लिए दु:ख सहन करना पड़ता है। जैसे हीरे को कटना पड़ता है और सूर्य को जलना पड़ता है। तभी हीरा चमकता है और सूर्य सब को प्रकाशित करता है।
उन्होंने कथा के दूसरे दिन भगवान श्री कृष्ण के नाना रूपों का विस्तार से वर्णन किया। दूसरे दिवस की भागवत कथा में प्रमुख रूप से ओमप्रकाश सिंह पिंटू, पवन कुमार अग्रहरि, कमलेश अग्रहरि, विजय बहादुर सिंह पप्पू, भैरव नाथ तिवारी, श्रवण कुमार पाठक, दिनेश पाठक, उमेश अग्रहरि, दुःखराम अग्रहरि, अजय राजकुमार अग्रहरि, बृज किशोर तिवारी, राजेश तिवारी, रामकरन एवं राममिलन सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।