मीडिया में ग्लैमर देखकर नही आना चाहिएः प्रो0 अनिल कुमार उपाध्याय
अविवि में पत्रकारिता के क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं विषय पर व्याख्यान आयोजित
अयोध्या। डाॅ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में सोमवार को पत्रकारिता के क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान को संबोधित करते हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी के पत्रकारिता एवं जनसंचार के पूर्व अध्यक्ष प्रो0 अनिल कुमार उपाध्याय ने कहा कि पत्रकारिता में विद्यार्थियों के लिए क्षेत्र चुनौतीपूर्ण है।
मीडिया में ग्लैमर देखकर नहीं आना चाहिए। इस क्षेत्र में समय की प्रतिबद्धता अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में वैज्ञानिक भाषा एवंत तथ्यपरक शब्द संयोजन की काफी मांग है। भारतीय पत्रकारिता के पुरोधा ग्रामीणजगत से ही निकल कर राष्ट्रीय स्तर पर पत्रकारिता के मानदण्ड की स्थापित किया है। विष्णुराव पराड़कर, मुंशी प्रेमचंन्द्र, महात्मा गांधी, डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर, आचार्य नरेन्द्रदेव जैसे विद्वानों ने पत्रकारिता के नये आयाम स्थापति किये है।
आज के विद्यार्थियों को इन विद्वानों की कृतियों का अध्ययन अवश्य करना चाहिए। प्रो0 उपाध्याय ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में निरंतर अभ्यास से ज्ञानवद्धि के साथ लेखनी मजबूत होती है और इसकी सहायता कॅरियर को विस्तार दे सकते है। उन्होंने कहा कि पत्रकार को तटस्थ होकर रिपोर्टिंग करनी चाहिए। किसी के प्रभाव में नही आना चाहिए। योग्य व्यक्ति को ही समाज में स्थान मिलता है। मौलिकता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में एमसीजे के समन्वयक डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि पत्रकारिता के क्षेत्र में स्थापित होने के लिए लेखन शैली के साथ विषयपरक जानकारी का होना आवश्यक है। इस क्षेत्र में कार्य करने का बड़ा अवसर विद्यमान है।
अतिथि का स्वागत डाॅ0 आरएन पाण्डेय व डाॅ0 अनिल कुमार विश्वा द्वारा पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेटकर किया गया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 पाण्डेय द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डाॅ0 अनिल ने किया। इस अवसर पर सुभाष सिंह, ज्योति जायसवाल, संदीप शुक्ला, हिमांशी सिंह, शालिनी निषाद, ज्योति निषाद चन्द्रशेखर सोनी, शरद यादव, दिनकर मिश्र, दिव्यांश मिश्र सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।