शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षक सम्मान समारोह विकास भवन के प्रेरणा सभागार में आयोजित किया गया। शिक्षक सम्मान समारोह में जिलाधिकारी रवीश गुप्ता द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारम्भ किया गया। राज्य अध्यापक पुरस्कार-2021 में चयनित प्रा.वि. भरसारे, भदैंया की शिक्षिका वंदना यादव को स्मृति चिह्न, शाल व प्रमाण पत्र देकर जिलाधिकारी द्वारा सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षक पुरस्कार एक सम्मान मात्र ही नहीं है बल्कि एक जिम्मेदारी भी है। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि विद्यालय से आत्मीय जुड़ाव रखते हुए बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करें। जिलाधिकारी ने कहा कि समुदाय विद्यालय के विकास में भागीदार हो, इसके लिए समुदाय के साथ नियमित बैठक व सम्पर्क जरुरी है। इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य कर रहे प्रत्येक ब्लाक के एक-एक शिक्षकों को सम्मानित करते हुए जिलाधिकारी ने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ दी। जिला विद्यालय निरीक्षक सत्येन्द्र कुमार ने डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बेसिक शिक्षा बच्चों के बुनियाद का निर्माण करती है, इसलिए सभी बच्चों में निर्धारित दक्षता विकसित करने हेतु अपने शिक्षण विधा में कहानी, खेल व गतिविधि को शामिल करना चाहिए। शिक्षक सम्मान समारोह की आयोजक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी ने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षक ही अपने विद्यालयों में देश के भविष्य का निर्माण करते हैं। इसके लिए उन्होंने कहा कि बच्चों से भावनात्मक जुड़ाव रखते हुए हमें एक - एक बच्चे के भविष्य को संवारना है। उन्होंने बताया कि डा. राधाकृष्णन सदैव यह कहते रहे कि एक अच्छा शिक्षक वही है जो जीवन भर विद्यार्थी बना रहता है अर्थात शिक्षक को स्वाध्याय करते हुए अपनी जानकारी बढ़ाते रहना चाहिए। प्रदेश स्तर पर आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह का लाइव टेलीकास्ट के माध्यम से माननीय बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह व माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के भाषण को भी बड़े परदे पर सभी को दिखाया गया। जिलाधिकारी को निपुण लक्ष्य को स्मृति चिह्न के रूप में सप्रेम भेंट की। सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी राम यश यादव ने बताया कि भारत रत्न डॉ0 सर्वपल्ली राधा कृष्णन ने लगभग 40 वर्ष तक शिक्षक के रूप में देश को अपनी सेवायें दी। इसलिए हम सभी उनके जन्म दिन 05 सितम्बर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं। जिला समन्वयक प्रशिक्षण/एम. आई. एस. धर्मेश गुप्ता ने आए हुए अतिथियों व शिक्षकों का आभार ज्ञापित किया।