पं0 दीनदयाल ने हिन्दुुत्व विचाधारा को सर्वोच्च स्थान दियाः प्रो0 अजय प्रताप सिंह
पं0 दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर विचार गोष्ठी एवं श्रद्धाजंलि सभा आयोजित की गई
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के संत कबीर सभागार में शुक्रवार को कुलपति प्रो0 रविशंकर सिंह के मार्ग-दर्शन में पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता महानगर प्रचारक अयोध्या के अनिल कुमार ने पंडित दीनदयाल के जीवन एवं उनके संघर्षों याद करते हुए बताया कि उनका जीवन संघर्षों से घिरा रहा। 1968 में स्वामी प्रसाद मुखर्जी के सहयोग से जनसंघ के अध्यक्ष बनाये गए थे। पं0 दीनदयाल का स्वभाव बहुत ही सरल व सादगीपूर्ण रहा है। उनका मुख्य लक्ष्य भारत के अंतिम व्यक्ति तक जुड़कर जागरूकता लाना था। उन्होंने युवाओं से कहा कि दीनदयाल उपाध्याय के जीवन से हम सभी को त्याग और समर्पण की सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हथियारों से नहीं बल्कि वैचारिक युद्ध से निपटना चाहिए। इसके लिए हम सभी को महापुरुषों के विचारों को आत्मसात् करना जरूरी है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के मुख्य नियंता प्रो0 अजय प्रताप सिंह ने कहा कि पं0 दीनदयाल उपाध्याय सभी संप्रदायों का सम्मान करते थे। उन्होंने हिंदुत्व विचारधारा को सर्वोच्च स्थान दिया है। प्रो0 सिंह ने छात्रों से कहा कि पंडित जी के जीवन के संघर्षों के साथ अन्य महापुरुषों के बारें में जानना व समझना चाहिए। महापुरूषों के जीवन से जो भी अच्छा विचार मिले उसे ग्रहण करना चाहिए। कार्यक्रम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ के समन्वयक प्रो0 आशुतोष सिन्हा ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय का राष्ट्र के विकास में अहम योगदान रहा है। इनके जीवन सघषों से प्रेरणा लेनी चाहिए। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। कार्यक्रम का शुभारम्भ माॅ सरस्वती एवं पं0 दीनदयाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया। अतिथि का स्वागत अंगवस्त्रम भेटकर किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रो0 शैलेन्द्र कुमार ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो0 विनोद श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रो0 राजीव गौड़, प्रो0 के0के0 वर्मा, प्रो०रमापति मिश्र, डाॅ0 अनिल कुुमार, डाॅ0 प्रिया कुमारी, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डाॅ0 राजेश सिंह, डाॅ0 आलोक मिश्र, डाॅ0 अश्वनी कुमार सहित शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।