



मुझे भी नौकरी मिल जाती तो न करता ठगी का गोरखधंधा
-सीओ से वार्ता में साइबर ठग ने बताई मजबूरी
बीकापुर अयोध्या। वर्तमान दौर में साइबर ठगों का किसी के मोबाइल पर फोन आना आम बात हो गई है, लेकिन यह फोन पुलिस के राजपत्रित अधिकारी के पास आ गया। खुलासा होने पर साइबर ठग ने कहा कि मुझे भी नौकरी मिल जाती तो ठगी का गोरखधंधा न करता।
हुआ यों कि एक साइबर ठग कथित मनजीत ने क्षेत्राधिकारी बीकापुर सत्येंद्र भूषण तिवारी को फोन किया और कहा कि आप पे फोन चलाते हैं। आपके फोन पर बोनस एक्सेप्ट करने की लिंक भेजी जा चुकी है। पे फोन कंपनी की तरफ से करीब 6 हजार रूपये बोनस दिया गया है। इसे आप एक्सेप्ट कर ले।
सीओ माजरा भांप गए और फोन करने वाले साइबर ठग को कुरेदना शुरू कर दिया। पहले तो उसको बातों में उलझाने की कोशिश की और लगभग करीब 4.30 मिनट तक वार्ता की। इस दौरान दोनो काफी खुले और एक-दूसरे ने अपने बारें में विचार साझा किया। साइबर ठग ने बताया कि उसके साथ एक लाख रूपये की ठगी हुई थी, जिसके चलते वह हताश हो गया था।
कहा कि मुझे नौकरी मिलती तो शायद आपसे बड़े पद पर रहता। उसने सीओ की इस गोरखधंधे को छोडऩे की नसीहत और समाज के हित में योगदान करने की अपील को अंतर्मन से स्वीकार किया लेकिन इस दुनिया से हटने का भरोसा नहीं दिया। वार्ता से साफ़ हुआ कि उसने शिक्षित होकर जरायम की इस दुनिया में कदम रखा है।
पुलिस उपाधीक्षक श्री तिवारी ने बताया कि उन्होंने भेजी गई लिंक पर क्लिक नहीं किया, जिससे साइबर ठग अपनी मंशा में कामयाब नहीं हो पाया। लोगों को इसी तरफ सतर्क रहना चाहिए। फोन करने वाले को गरीब, मजदूर, समाज और देश को ठगने और लूटने से बचकर सही दिशा में कार्य करने की नसीहत दी।
उन्होंने बताया कि ट्रेस करने के बाद ये मोबाइल नंबर झारखंड, तमिलनाडु जैसे प्रांतों से जुड़े अपराधियों के निकलते हैं और वहां तक पहुंचपाने में अक्सर पुलिस असमर्थ होती है। फिलहाल इस मामले में अभी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है।
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