



दिल्ली : देश और दुनिया में शुक्रवार को बड़े हर्षोल्लास के साथ ‘होली’ मनाई गई। सामाजिक समरसता और एकजुटता के रंग से होली की धूम मची। हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार होली का त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि पर पड़ता है। होली का त्योहार मनाने के पीछे भगवान विष्णु के भक्त प्रह्लाद और उनके अवतार भगवान नरसिम्हा की कहानी है। इसके साथ इस दिन कामदेव का पूर्ण जन्म भी हुआ था।
मान्यता है कि भगवान कृष्ण और राधा ने पहली बार खेली थी होली
कहा जाता है कि इसी दिन भगवान कृष्ण ने पूतना का वध किया था। मान्यताओं के अनुसार होली के दिन गणेश अमृता पूजन करना शुभ होता है। होली पर भगवान कृष्ण और राधा की पूजा करना विशेष माना गया है। कहा जाता है कि भगवान कृष्ण और राधा ने पहली बार होली खेली थी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी देशवासियों को बधाई
वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी ने रंगों के त्योहार होली पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर कहा, ”होली के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। रंगों का पर्व होली, सामुदायिक सद्भाव और मेल-मिलाप का जीवंत उदाहरण है। यह वसंत ऋतु के आगमन का शुभ समाचार लेकर आता है। मेरी कामना है कि यह त्योहार सभी देशवासियों के जीवन में आनंद, उमंग और नई ऊर्जा का संचार करे।”
वहीं पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ”आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं। आपसी प्रेम, स्नेह और भाईचारे का प्रतीक यह रंगोत्सव आप सभी के जीवन में खुशियों का हर रंग लेकर आए।”
फूलों की इको फ्रेंडली होली
वहीं राजधानी दिल्ली में रंगों के त्योहार होली के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने प्राकृतिक रंगों गुलाल और अबीर के साथ-साथ फूलों की इको फ्रेंडली होली मनाई। इस प्रकार होली मिलन के जरिए देश की संस्कृति विरासत को सहेजने का कार्य किया गया। रंगों का त्योहार होली खुशबू, रोशनी और रंगों का रूप होता है इसलिए रंगों का त्योहार होली इस तरीके से मनाया गया, जिसमें रंगों के साथ-साथ फूलों का विशेष इस्तेमाल किया गया। होली नफरत मिटाने और प्यार व भाईचारे और सद्भाव के साथ मनाया जाने वाला त्योहार है। दिल्लीवासी होली के पर्व पर कुछ इस तरह अनोखे अंदाज में होली मनाते नजर आए।
रंगों के जरिए विविधता में हुए एकता के दर्शन
होली न सिर्फ रंगों का त्योहार है बल्कि देश की सांस्कृतिक विरासत से जुड़ी समृद्धता का देश की विविधता में एकता के दर्शन कराने का महत्वपूर्ण पर्व भी है। जी हां, इस बार भी देशवासी विविधता में एकता के इस रंग में रंगे नजर आए। देशभर में जगह-जगह पर होली मिलन समारोह किए गए जिसमें लोग मिलजुलकर एक दूसरे को रंग लगाते और गले लगकर होली की शुभकामनाएं देते नजर आए।
रंगों से सराबोर नजर आई यूपी
यूपी विधानसभा चुनाव में मिलने वाली भारी जीत के बाद निकली शोभायात्रा में न सिर्फ नई उमङ्ग दिखाई दी, बल्कि जीत के जश्न के बाद मिलने वाली खुशियां भी हिलोरें लेती नजर आई। 25 मार्च को दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की तैयारी में जुटे योगी आदित्यनाथ मानो इस होली पर सरकार पार्ट टू से पहले आम नागरिकों के संग होली के मौके पर खुशियां बांटते नजर आए हों। रथ पर सवार होकर रंग, अबीर और गुलाल से खेलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शोभायात्रा के आगे-आगे चल रहे थे। शोभायात्रा की शुरुआत गोरखनाथ मंदिर में होलिका की राख से होली खेलने बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई की गई। यह शोभायात्रा गोरखपुर के घंटाघर से भगवान नरसिंह की तक निकली गई।
अयोध्या में होली के दौरान दिखी सांप्रदायिक सौहार्द्र की तस्वीरें
अयोध्या में होली के शुभ अवसर पर सांप्रदायिक सौहार्द्र की तस्वीरें देखने को मिली। यहां हिंदू-मुस्लिम संप्रदाय के प्रतिनिधियों ने मिलकर फूलों और अबीर के साथ होली खेली। इस बीच जश्न के दौरान दोनों संप्रदाय के प्रतिनिधियों ने आपस में गले मिलकर एक दूसरे को बधाई संदेश दिए और साथ में ”होली है” और ”जोगीरा सा रा रा रा” के खुशी भरे बोल बोले।
होली पर हर तरफ रंगीली हुई काशी
उधर, काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ की नगरी और पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में शुक्रवार को हर तरफ रंगों के पर्व होली का उल्लास दिखाई दिया। गांव जवार, शहर के मोहल्लों, घरों के साथ गंगा किनारे घाटों पर लोग रंग अबीर गुलाल से पूरी तरह सराबोर नजर आ रहे हैं। पारम्परिक फिल्मी होली गीत…खेले रघुवीरा अवध में, रंग बरसे भीगे चुनर वाली, सात रंग में खेल रही है दिलवालों की टोली रे…पर लोग पूरी मस्ती, धूमधड़ाके, पिंगलबाजी के बीच थिरकते नजर आए। होली पर्व पर शहर में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। पर्व पर सुबह से ही बच्चों और युवाओं की टोली मस्ती की तरंग में रही। फिर जैसे-जैसे सूर्य की
किरणें चढ़ती गई, युवा और बच्चे पिचकारी लेकर एक दूसरे पर रंग बरसाने निकल पड़े। जगह-जगह लोगों ने एक दूसरे को रंग और गुलाल लगाया और गले मिलकर बधाई दी। रंगों में इस कदर लोगों का चेहरा और शरीर सराबोर रहा कि उन्हें पहचानना मुश्किल हो रहा था।शहर के गोदौलिया, लहुराबीर, सोनारपुरा, लंका, सिगरा, रथयात्रा चौराहे पर युवाओं की टोली होली खेलती रही। इस दौरान जगह-जगह डीजे की धुन पर होली गीतों पर युवा थिरकते रहे। गंगा घाटों पर विदेशी नागरिक भी होली की खुमारी में डूब स्थानीय युवाओं संग नगाड़े और ढोल की थाप पर थिरकते रहे। पर्व पर घरों और पाश कालोनियों में महिलाओं ने भी अपने ग्रुप में जमकर होली खेली। फिर एक-दूसरे को पर्व की बधाई दी।
देश के कई मंदिरों में होली खेलने की दर्शनार्थियों की नियमित परम्परा
देश के कई मंदिरों में दर्शनार्थियों की होली खेलने की नियमित परंपरा का पालन किया गया। इस बीच दर्शनार्थी मंदिरों में भगवान के दर्शन के साथ-साथ होली खेलने पहुंचे। मथुरा, वृंदावन, काशी और उज्जैन के मंदिरों में होली का खास रंग देखने मिला।काशी विश्वनाथ मंदिर के नियमित दर्शनार्थियों की टोली ने बाबा के साथ होली खेलने की परंपरा का निर्वाह किया। बाबा के भक्तों की टोली दशाश्वमेध स्थित चितरंजन पार्क से मंदिर के लिए रवाना हुई। काशी विश्वनाथ के बाद भक्तों की टोली अन्नपूर्णा मंदिर गई और मां के दरबार में गुलाल उड़ाकर होली गाई। अपरान्ह बाद नहा धोकर लोग पकवान का रसास्वादन परिवार के साथ कर नये कपड़े पहन फिर अबीर गुलाल लेकर दोस्तों और पड़ोसियों के घर पहुंचे। फिर देर शाम तक अबीर गुलाल की होली खेली। शहर में कई जगहों पर होली मिलन समारोह का भी आयोजन किया गया।वहीं कोरोना से संबंधित प्रतिबंध समाप्त होने से करीब दो साल बाद इस बार श्रद्धालुओं ने उज्जैन में भगवान महाकाल के मंदिर में जमकर होली खेली। शुक्रवार तड़के चार बजे भस्मारती में भगवान को अबीर-गुलाल लगाकर पंडे-पुजारियों ने होली खेलने की शुरुआत की। इसके बाद श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के साथ जमकर होली खेली। महाकाल के आंगन में जमकर रंग-गुलाल उड़ा और पूरा मंदिर जयकारों से गूंज उठा।
दही हांडी, मटका फोड़ होली भी खेली गई
देश में कई स्थानों पर रंग खेलने के बाद लोग घर-घर जाकर एक-दूसरे को पर्व की बधाइयां शुभकामनाएं देते नजर आए। इस बीच कुछ जगह दही हांडी, मटका फोड़ होली भी खेली गई। लड़कियां-महिलाएं भी दो पहिया वाहनों पर सवार होकर होलीयाना हुल्लड़ का लुत्फ उठाती दिखीं।
विभिन्न शहरों के अपार्टमेंट में रंगोत्सव में खेले गए मनोरंजक खेल
देश के विभिन्न शहरों के अपार्टमेंट में महिलाओं, बच्चों और पुरुषों की टोलियों ने मिलजुल कर रंगोत्सव मनाया। कई सोसाइटी में रंगोत्सव के दौरान मनोरंजक खेलों का आयोजन भी किया गया। बच्चों और महिलाओं ने इन खेलों में विशेषतौर पर भाग लिया।
गुजिया, दही-वड़ा जैसे विशेष व्यंजनों का लुत्फ लेते दिखे लोग
होली के पर्व पर घरों में विशेष पकवान भी तैयार किए गए, जिसमें लोग घरों में गुजिया और दही-वड़ा का लुत्फ लेते नजर आए। होली पर्व पर रंग खेलने से एक दिन पूर्व ही ये विशेष पकवान तैयार कर लिए जाते हैं।
राजस्थान में विदेशी पर्यटकों ने भी खेली होली
वहीं राजस्थान के पुष्कर में विदेशी पर्यटक भी होली के रंग में नहाए नजर आए। यहां देश-विदेश के पर्यटकों ने स्थानीय लोगों के साथ बड़े हर्षोल्लास के साथ होली मनाई। वहीं काशी में भी पर्यटकों ने जमकर होली खेली।
सीमाओं के प्रहरी बीएसएफ के जवानों ने भी खेली होली
सीमाओं के प्रहरी बीएसएफ के जवानों ने भी जेसलमेर में होली खेली। इस बीच बीएसएफ के जवान तालियों और गानों की धुनों पर थिरकने के साथ-साथ सामूहिक गीत गाते नजर आए।
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