कृषि विश्वविद्यालय कुलपति को स्थाई नियुक्ति होने तक सेवा विस्तार
अयोध्या । डॉ० बिजेन्द्र सिंह, कुलपति आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या ( उ०प्र०) का कार्यकाल दिनांक 25 मार्च, 2023 को समाप्त हो रहा है तथा वर्तमान में नियमित कुलपति की नियुक्ति में कुछ समय लगने की सम्भावना है। अतः मैं आनंदीबेन पटेल, कुलाधिपति आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या ( उ०प्र०) उत्तर प्रदेश कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय अधिनियम, 1958 की धारा-11 (6) के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए डॉ० बिजेन्द्र सिंह का कुलपति के रूप में कार्यकाल को नियमित कुलपति की नियुक्ति होने तक अथवा अग्रिम आदेशों तक जो भी पहले हो, विस्तारित करती हूँ ।
डॉ० बिजेन्द्र सिंह, कुलपति आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या ( उ०प्र०) द्वारा पूर्व की भांति अपने दायित्वों के साथ-साथ चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर (उ०प्र०) के कुलपति पद के दायित्वों का भी निर्वहन किया जाता रहेगा।
प्रेरणास्त्रोत रहे डॉ. सिंह का सब्जी फसल अनुसंधान के श्रेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रहा है. मूलरूप से उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के निवासी डॉ. बिजेंद्र सिंह ने कृषि स्नातक से लेकर पी एच डी की शिक्षा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान से ग्रहण की है. बिजेंद्र सिंह का चयन कृषि वैज्ञानिक के पद पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली में हुआ था. डॉ. सिंह ने अपने वैज्ञानिक जीवन में सब्जी की कुल 56 किस्में पर अनुसंधान कर विकसित की है. जिसमें से सबसे ज्यादा भिंडी की 15 प्रजातियां है जिसमें से भिंडी की 5 हाइब्रिड प्रजातियों के साथ देश के पहली बार लाल रंग की भिंडी का विकास किया है. जिसमें सामान्य भिंडी के अपेक्षा ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते है. अपने सब्जी फसल विकास क्षेत्र में 7 मटर, 4 चिकनी तरोई, 4 लौकी, 4 मूली, 3 फूलगोभी, 2 बथुआ, 3 पोई, तथा टमाटर, गाजर मिर्च की दो दो, खीर, परवल, चौलाई, बैगन, कुम्हङ, पेठा, धारीदार तरोई की एक एक प्रजातीय शामिल है. आपके 217 से ज्यादा शोध पत्र, 11 पुस्तक, 43 तकनीकी बुलेटिन, 23 ट्रेनिंग बुलेटिन प्रकाशित हो चुके है. जो इनके द्वारा किये गये सराहनी कार्य कृषि जीवन में किसान भाइयों के प्रति लगाव एवं सम्पर्ण की भावना को दर्शाता है.