



गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में अब पूर्वी उत्तर प्रदेश में जापानी इंसेफलाइटिस(जेई), एक्यूट इंसेफलाइटिस(एईएस), कोविड 19 सरीखी अन्य संक्रामक बीमारियों के उन्मूलन पर मंथन होगा। गुणवत्तापूर्ण वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा देने के लिए कुलपति प्रो राजेश सिंह ने विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) द्वारा वित्त पोषित “पूर्वी उत्तर प्रदेश के संक्रामक रोगों के लिए निदान और रणनीतियाँ” शीर्षक शोध परियोजना का सलाहकार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के वैज्ञानिक डॉ एचबी सिंह को बनाया है। सलाहकार डॉ. सिंह के द्वारा वैज्ञानिक मामलों पर परियोजना समन्वयक और अन्वेषकों को सलाह दी जाएगी। साथ ही आवश्यक प्रयोगशालाओं की स्थापना और रखरखाव की प्रक्रिया में विश्वविद्यालय का मार्गदर्शन किया जाएगा। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि अनुसंधान परियोजना में उपयोग की गई जानकारी सर्वोत्तम उपलब्ध वैज्ञानिक जानकारी पर आधारित है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर पोस्ट करने या शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित करने से पहले शोध परियोजना से संबंधित वैज्ञानिक सामग्री की उपयुक्ता के लिए समीक्षा करेंगे। अनुसंधान परियोजना की प्रगति की योजना, निगरानी, मूल्यांकन और मूल्यांकन में सहायता देने और कार्य योजना और कार्य योजना को दर्शाने वाले बुनियादी अभिलेख तैयार करने में सहायता प्रदान करेंगे। कुलपति प्रो राजेश सिंह के मार्गदर्शन में नई शिक्षा नीति के अंतर्गत गुणवत्तापूर्ण शोध, रोजगारपरक शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण अध्ययन और अध्यापन को बढ़ावा देने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। हाल ही में विश्वविद्यालय प्रशासन ने सीबीसीएस पैटर्न को लागू करने के साथ ही पूरे प्रदेश में सबसे पहले परीक्षाओं का सफल आयोजन करने की भी उपलब्धि हासिल की है।
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