



सिविल सेवाओं में ग्लैमर के साथ चुनौतियां भी: डॉ. शेखर
गोरखपुर। आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला के अंतर्गत रोवर्स-रेंजर्स एवं समाजशास्त्र विभाग, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस के अवसर पर ‘देश की एकता और अखंडता में सिविल सेवा की भूमिका’ विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डॉ. शेखर मल्ल (पीसीएस) ने कहा कि सिविल सेवाओं में ग्लैमर के साथ चुनौतियां भी हैं। सिविल सेवा के माध्यम से संविधान का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाता है। एक कुशल सिविल सेवक को मानवता, ईमानदारी, कर्मठता के अतिरिक्त नई प्रौद्योगिकी से सुपरिचित होना आवश्यक है। डॉ. शेखर ने विद्यार्थियों को सिविल सेवा परीक्षा की बारीकियों एवं तैयारियों के बारे में भी विस्तार से बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रोवर्स रेंजर्स के संयोजक प्रो. विनय कुमार सिंह ने कहा कि नागरिक सेवाओं के माध्यम से हम सीमित संसाधनों का अधिकतम उपयोग समाज के हित में करना सीखते हैं। वर्तमान समय में नवीन तकनीकी एवं प्रौद्योगिकी के साथ-साथ सनातन सामाजिक मूल्यों को साथ लेकर चलने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर रोवर्स रेंजर्स के स्वयंसेवकों कृष्ण कुमार तथा भानु प्रताप के द्वारा नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया गया। अतिथियों का स्वागत समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. संगीता पांडेय ने तथा कार्यक्रम का संचालन दीपेन्द्र मोहन सिंह ने किया। कार्यक्रम में आबकारी निरीक्षक आलोक कुमार सिंह, भवानी प्रताप सिंह, समाजशास्त्र विभाग के डॉ. मनीष पांडेय, डॉ. पवन कुमार, मंतोष यादव, रोवर्स रेंजर्स के दीपक कुमार, रोहित सैनी सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
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