Thursday, April 25, 2024
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विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान कर बीएचयू पेश कर रहा है मिसालः कुलपति

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बीएचयू में उत्साहपूर्व मनाया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों संग किया योगाभ्यास

· हमें अपने छात्रों को जीवन में सफलता व उत्कर्ष पाने के लिए तैयार करना होगाः प्रो. जैन

· विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान कर बीएचयू पेश कर रहा है मिसालः कुलपति

वाराणसी : आठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बीएचयू में उत्साहपूर्वक मनाया गया, जिसमें विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लेकर योग को जीवन का अभिन्न अंग बनाने का संकल्प लिया। कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन की अगुवाई में विद्यार्थियों, शिक्षकों, अधिकारियों व कर्मचारियों ने मालवीय भवन में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया व विभिन्न योगासन किये। सुबह 7 बजे से शुरू हुए योग सत्र में योग प्रशिक्षक डॉ. योगेश कुमार भट्ट ने निर्देशन किया। इस अवसर पर कुलगुरू प्रो. वी. के. शुक्ला, कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह, छात्र अधिष्ठाता प्रो. के. के. सिंह, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. अभिमन्यु सिंह, संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष तथा विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने 11 फलदार पौधों का रोपण भी किया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बीएचयू में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। इसके अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं के लिए पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में कुलपति जी ने विद्यार्थियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. सुधीर कुमार जैन ने विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी का स्मरण करते हुए विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए स्वयं को समर्पित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के रूप में हम छात्रों को इस तरह तैयार करें कि उनका व्यक्तित्व निर्माण हो और वे जीवन के जिस भी क्षेत्र में जाएं वहां ख्याति प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि हम मात्रा पर ध्यान केन्द्रित न कर गुणवत्ता पर ध्यान दें ताकि बीएचयू के विद्यार्थियों की अलग पहचान बन सके। कुलपति जी ने कहा कि हमारी पहचान तभी है जब हमारे छात्र बेहतर करेंगे। प्रो. जैन ने कहा कि बीएचयू विविध क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान कर अनुकरणीय मिसाल पेश कर रहा है। इसी क्रम में दशकों से योग शिक्षा देते हुए बीएचयू अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

NSS, BHU
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प्रो. कमलेश दत्त त्रिपाठी, कुलाधिपति, महात्मा गांधी हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा, ने जीवन में योग के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि योग विश्व को भारत का उपहार है, लेकिन हम ने ही लंबे समय तक इसे हाशिये पर रखा, लेकिन ये हर भारतीय के लिए अत्यंत गौरव का विषय है कि आज पूरा विश्व प्राणायाम व योगासन कर रहा है। उन्होंने योग को दुनिया भर में प्रचलित करने का श्रेय़ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को दिया।

कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह ने कहा कि हमारे प्राचीन ग्रंथों में योग के महत्व पर चर्चा की गई है और यह हमारे पूर्वजों की हमें अनुपम भेंट है। 21 जून को ही योग दिवस के रूप में चुने जाने के संबंध में चर्चा करते हुए कुलसचिव जी ने कहा कि वर्ष के सबसे लंबे दिन को योग दिवस के रूप में मनाना एक संदेश है कि किस तरह से हम योग को अपना कर स्वस्थ, सुखी व लंबा जीवन जी सकते हैं।

कुलगुरू प्रो. वी. के. शुक्ला ने युवाओं का आह्वान किया कि वे योग को समाज, परिवार व समुदाय तक ले जाएं। उन्होंने कहा कि योग सत्र केवल योग दिवस के आयोजन तक ही सीमित नहीं रहने चाहिए, बल्कि हमें इसे अपने दैनिक जीवन का अंग बनाना चाहिए। कार्यक्रम को डॉ. कमलेश्वर उपाध्याय ने भी संबोधित किया। मालवीय भवन के मानित निदेशक तथा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आयोजन, बीएचयू , के अध्यक्ष प्रो. उपेन्द्र पाण्डे ने स्वागत भाषण तथा प्रो. मुकुट मणि त्रिपाठी ने धन्यवाद भाषण प्रेषित किया।

आयुर्वेद संकाय: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विभिन्न संकायों, विभागों तथा बीएचयू के विद्यालयों में भी कार्यक्रम आयोजित किये गए। आयुर्वेद संकाय में संकाय प्रमुख प्रो. के. एन. द्विवेदी ने पतंजलि सभागार में संकाय के छात्रों, सदस्य़ों व कर्मचारियों के साथ योगाभ्यास किया। इस अवसर पर प्रो. एस. के. सिंह, निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, मुख्य अतिथि रहे।

दक्षिणी परिसर, बरकछा: बरकछा, मीरज़ापुर, स्थित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के दक्षिणी परिसर में आचार्य प्रभारी प्रो. वी. के. मिश्रा ने परिसर के छात्रों, शिक्षकों व कर्मचारियों के साथ योगाभ्यास किया।

भारत कला भवन: इस अवसर पर भारत कला भवन में “भारतीय कला में योग” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें डॉ. शांति स्वरूप सिन्हा, दृश्य़ कला संकाय, ने योग की आठ शाखाओं पर चर्चा करते हुए भारतीय कला में योग का महत्व बताया। इस अवसर पर भारत कला भवन द्वारा एक आभासी लघुचित्र प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है, जिसे भारत कला भवन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देखा जा सकता है।

राष्ट्रीय सेवा योजना, बीएचयू: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, के 1500 स्वयंसेवकों ने अस्सी घाट, गंगा महल घाट तथा रीवा कोठी घाट पर योगाभ्यास किया, तथा योग के महत्व के बारे में जनजागरण के प्रयास को गति दी।

सेन्ट्रल हिन्दू गर्ल्स स्कूल एवं सेन्ट्रल हिन्दू बॉएज़ स्कूल: बीएचयू के विद्यालयों सेन्ट्रल हिन्दू गर्ल्स स्कूल एवं सेन्ट्रल हिन्दू बॉएज़ स्कूल में भी योग दिवस कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सेन्ट्रल हिन्दू गर्ल्स स्कूल में प्रधानाचार्य प्रो. अंजलि वाजपेयी ने छात्राओं, शिक्षकों व कर्मचारियों के साथ योगाभ्यास किया। सेन्ट्रल हिन्दू बॉएज़ स्कूल में प्रभारी प्रधानाचार्य महेश चन्द्र जायसवाल तथा थर्ड ऑफिसर, एनसीसी, ने भी विद्यार्थियों व शिक्षकों के साथ योग सत्र में भागीदारी की।

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