रुपकुण्ड पर लहराया बी.एच.यू. का झण्डा
यह दल वाराणसी से रेलमार्ग द्वारा काठगोदाम होते हुए उत्तराखण्ड स्थित लोहाजंग पहुंचा जहां से 14 किमी पैदल ट्रैकिंग की शुरुवात हुई, दल ने अपना पहला कैम्प डिडना में लगाया जिसकी ऊँचाई 8100 फीट है फिर दूसरा कैम्प 7 किमी चलकर आली बुग्याल के पास अविन खरक पर लगाया जो लगभग 12 हजार फीट की ऊँचाई पर स्थित है पहाड़ों पर ऊँचाई के अनुसार अपने शरीर को ढालने के लिए वातानुकूलन आवश्यक है इसलिए लगातार उपर नहीं जाया जा सकता, इसलिए शिविर दर शिविर लगाते हुए बढ़ना पड़ता है,
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