डीडीयूजीयू में स्थापित होगा बाबा भीमराव आंबेडकर अध्ययन केंद्र
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय एससी-एसटी इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में विश्वविद्यालय के संवाद भवन में बोधिसत्व बाबा साहब भीमराव आंबेडकर जी की 131वी जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजेश सिंह एवं विशिष्ट अतिथि श्री ई वी आर विप्पली, मुख्य अभियंता पूर्वोत्तर रेलवे एवं पूर्व डीआरएम मुगलसराय रहे।
कुलपति प्रो राजेश सिंह ने कहा कि हम बाबा साहब के जीवन संघर्षों से बहुत कुछ सीख सकते हैं। कुलपति प्रो सिंह ने विश्वविद्यालय में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अध्ययन केंद्र को स्थापित करने की बात कही। जिसमें, आंबेडकर सहित भारत के विभिन्न समाज सुधारको के विचारों का तुलनात्मक अध्ययन किया जा सके।
इसके साथ ही उन्होंने बाबा साहब के बहुआयामी लेखन कार्य को विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में उचितता के आधार पर पाठ्यक्रम में शामिल करने की बात कही।
विशिष्ट अतिथि श्री वीआर वीपली जी ने अपने उद्बोधन में बाबा साहब के बहुआयामी व्यक्तित्व को रेखांकित करते हुए कहा कि किसी भी देश में आर्थिक एवं राजनीतिक लोकतंत्र तब तक सफल नहीं होगा जब तक वहां के लोग सामाजिक सुधारों के लिए तत्पर ना हो।
राजनीति विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो गोपाल प्रसाद ने अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय में स्थापित और संचालित एससी एसटी एंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के अब तक के कार्यों एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए यह कहा इसकी प्रेरणा हमें बाबा साहब के संघर्षों से मिलती है।
कार्यक्रम के अंत में अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो आलोक कुमार गोयल ने आधुनिक भारत के निर्माण में भारतीय अर्थव्यवस्था के समग्र विकास के लिए आर्थिक चरों में सुधार हेतु बाबा साहब के अर्थशास्त्र के महत्व को स्पष्ट किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अंग्रेजी विभाग के सहायक आचार्य तथा एसोसिएशन के वर्तमान अध्यक्ष डॉ बृजेश कुमार के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ के सुनीता एवं डॉ बृजेश कुमार ने किया।
अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन आलोक जी के द्वारा किया गया। पूरे कार्यक्रम के दौरान तकनीकी संचालन भौतिकी विभाग के सहायक आचार्य डॉ प्रभुनाथ प्रसाद जी के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में एसोसिएशन के सभी सदस्य, विश्वविद्यालय के मुख्य नियंता, कुलसचिव, प्रो उमेश नाथ त्रिपाठी, प्रो रविशंकर सिंह, प्रो संजीत गुप्ता, प्रो करुणाकर राम त्रिपाठी, प्रो गौरहरी बेहरा, प्रो सुनीता मुर्मू, डॉ केशव सिंह सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षकगण शोध छात्र, स्नातक, परास्नातक छात्र-छात्राएं, कर्मचारियों के साथ-साथ शहर के विभिन्न गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।