Thursday, March 28, 2024
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अयोध्यालाइव : आकाशीय बिजली से बचने के उपाय

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आकाशीय बिजली से बचने के उपाय

तीव्र गर्जन एवं वज्रपात के समय बरतें सावधानियां

मानसून में तीव्र गर्जन एवं वज्रपात के दौरान मौसम विभाग ने आमजन से विभिन्न प्रकार की सावधानियां बरतने की अपील की है, जिससे किसी भी प्रकार की जनहानि से बचा जा सके।

तीव्र गर्जन एवं वज्रपात के दौरान यह करें

तीव्र गर्जन एवं वज्रपात के दौरान आकाश में छाए बादलों एवं हवा पर नजर रखें और तीव्र गर्जन सुनाई देने पर सुरक्षित स्थान पर आश्रय लें। ऐसे में भीड़ में खड़े होने से भी बचें। गड़गड़ाहट के अंतिम गर्जन के बाद कम से कम 30 मिनट तक सभी प्रकार की गतिविधियों को स्थगित रखें। साथ ही स्थानीय मीडिया द्वारा जारी सूचना, चेतावनी एवं निर्देशों का पालन करें।

तीव्र गर्जन एवं वज्रपात के दौरान बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और जानवरों के लिए भी सुरक्षित स्थान सुनिश्चित करें। सभी विद्युतीय उपकरणों को बंद करके रखें और धातु के पाइप में विद्युत, कॉर्डलेस टेलिफोन उपकरणों, उपयोगिता लाइनों, तारों और बहते पानी के संपर्क से बचना चाहिए। इस दौरान पैरों के मध्य सिर को रखकर अपने आप को छोटा बनाकर पंजों के बल बैठना चाहिए। जो पेड़ इमारत की सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकते हैं, उनकी समय-समय पर कटाई व छटाई करें। छत पर विद्युत सुरक्षा प्रणाली स्थापित करें। बरामदे, कांच की खिड़कियों और दरवाजों से दूर रहें। बैटरी-संचालित रेडियो का उपयोग करें और अपने मोबाइल फोन को चार्ज रखें।

यदि आप एक बंद वाहन में हैं तो सड़क किनारे सुरक्षित स्थान पर वाहन रोककर उसके अन्दर ही रहें। तरणताल, झील, जल निकायों, नावों आदि में होने पर पानी से तुरन्त बाहर निकलकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचना चाहिए। साथ ही भारत सरकार की दामिनी विद्युत सचेत एप का प्रयोग करें।

अपडेट जानकारियों एवं निर्देशों के लिए स्थानीय रेडियो, टेलीविजन, संचार के साधनों को सुनना जारी रखें। क्षतिग्रस्त एवं गिरे हुए बिजली के खंभे, डूबे हुए बिजली के तारों से दूर रहें और तुरंत नजदीकी विद्युत स्टेशन या पुलिस स्टेशन को सूचित करें। यदि संभव हो, तो घायल व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा दें तथा जरूरत पड़ने पर उसे नजदीकी अस्पताल ले जाएं। आवश्यकता हो तो सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) दें।

तीव्र गर्जन एवं वज्रपात के दौरान यह नहीं करें

बिजली गर्जन के समय पेड़ों, टिनशेड, धातु की छतों के नीचे व पास में खड़े नहीं होना चाहिए। इस दौरान धात्विक ध्वज के पोस्ट, धातु पाइप या ऊर्ध्वाधर पाइप के करीब न जाएं। कंक्रीट के फर्श पर न लेटे व दीवार के साथ सटकर खडे़ नहीं हो। पहाड़ी, खुले खेतों और समुद्र तटों पर जाने से बचें व इस दौरान मोबाइल का प्रयोग भी नहीं करें।

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