दरोगा पर लगाया अभद्रता का आरोप
संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज के कर्मियों ने दिया हड़ताल का अल्टीमेटम
एनडीए चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्यवाही को लेकर संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज के डॉकरों एवं अस्पताल कर्मियों ने सौंपा ज्ञापन
छात्र का शव परिजनों द्वारा अस्पताल से ले जाने के बाद डॉक्टरों एवं अस्पताल कर्मियों पर बिफरे थे एनडीए चौकी प्रभारी संतोष मौर्य
मिल्कीपुर : आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज परिसर स्थित एनडीएवी पब्लिक स्कूल में अध्ययनरत कक्षा आठ के छात्र पार्थ मिश्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में बेहोश होने के उपरांत इलाज के लिए 100 सैय्या संयुक्त चिकित्सालय पिठला कुमारगंज पहुंचाने पर अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा छात्र को मृत घोषित कर दिया गया था जिसके बाद व्यथित परिजन अपने बेटे का शव अस्पताल से लेकर घर चले गए थे। अस्पताल प्रशासन की ओर से कुमारगंज सुर पुलिस को सूचना दिए जाने के घंटों बाद पहुंचे एनडीए चौकी प्रभारी संतोष कुमार मौर्य द्वारा छात्र के शव को अस्पताल से क्यों जाने दिए जाने का सवाल करते हुए अस्पताल कर्मियों से बदसलूकी की गई थी और आपे से बाहर दरोगा ने अस्पताल के इमरजेंसी रजिस्टर सहित अन्य अभिलेख कब्जे में ले लिए गए थे। जिसका वीडियो वायरल हो गया था।
अस्पताल के चिकित्सकों एवं अन्य सहकर्मियों ने चौकी प्रभारी उप निरीक्षक संतोष कुमार मोर्य द्वारा की गई बदसलूकी एवं अभद्रता से आहत होकर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को मामले में वे अंदाज दरोगा के खिलाफ कार्यवाही किए जाने हेतु मांगों का एक ज्ञापन सौंप दिया है। चिकित्सकों एवं अस्पताल कर्मियों ने अन्यथा की दशा में स्वास्थ्य सेवा हप करते हुए आंदोलन की चेतावनी भी दे डाली है। बताते चलें कि बीते 21 जुलाई को एन डी डी ए वी पब्लिक स्कूल कुमारगंज के कक्षा आठ में अध्ययनरत छात्र पार्थ मिश्रा दोपहर 12 बजे के बाद कक्षा कक्ष में ही पढ़ते-पढ़ते बेहोश हो गया था।
जिसे इलाज के लिए विश्वविद्यालय परिसर स्थित अस्पताल में कोई भी स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध न होने के चलते सौ सैया संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज के लिए ले जाया रहा जा रहा था किंतु विश्वविद्यालय का गेट नंबर 1 बंद होने के चलते काफी जद्दोजहद के बाद गेट खुल सका था और बेहोश छात्र को अस्पताल पहुंचाने में काफी विलंब हो गया था हालांकि अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने छात्र पार्थ मिश्रा को मृत घोषित कर दिया था और अस्पताल के चिकित्सक द्वारा अस्पताल कर्मी के हाथों कुमारगंज पुलिस को प्रकरण की सूचना भी भेज दी गई थी। उधर सूचना मिलते ही छात्र के परिजनों दर्जनों की संख्या में अस्पताल पहुंच गए थे लेकिन अस्पताल से चंद कदम दूरी स्थित कुमारगंज थाने के एनडीए चौकी प्रभारी संतोष कुमार मौर्य अस्पताल तक नहीं पहुंच सके थे।
अस्पताल कर्मियों ने छात्र का शव कब्जे में ले रखा था और बिना पुलिस के मौके पर आए शव को ले जाने नहीं दे रहे थे। किंतु घटना के बाद आक्रोशित परिजन अपने बेटे पार्थ का शव जबरिया अस्पताल से लेकर चले गए थे और अंतिम संस्कार कर दिया था। उधर सूचना दिए जाने के बावजूद भी काफी देर बाद हमराही सिपाही फिरोज खान के साथ अस्पताल पहुंचे चौकी प्रभारी संतोष कुमार मौर्य अस्पताल कर्मियों पर ही विफर पड़े थे और उन्होंने अस्पताल के अभिलेख कब्जे में ले लिए थे। अस्पताल का अभिलेख पुलिस द्वारा कब्जे में लिए जाने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों एवं चौकी प्रभारी में काफी देर तक बहस बाजी हुई थी।
इस दौरान चौकी प्रभारी ने अस्पताल के डॉक्टरों एवं अन्य कर्मियों से जमकर बदसलूकी व अभद्रता भी की थी। इसके बाद अस्पताल कर्मियों का गुस्सा फूट गया है और उन्होंने घटना के तीसरे दिन अपनी मांगों का ज्ञापन अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ रजत चौरसिया को सौंप दिया है। अस्पताल के डॉक्टरों एवं अन्य कर्मियों ने मामले में आरोपी दरोगा के खिलाफ कार्यवाही ना होने पर हड़ताल करते हुए स्वास्थ्य सेवा ठप किए जाने का अल्टीमेटम भी दे दिया है।
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