विश्वविद्यालय में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स विषय पर आयोजित हुआ वेबिनार
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट आॅफ फार्मेसी में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स विषय पर सोमवार को आनलाइन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि इंडिया पेटेंट ऑफिस दिल्ली की तृप्ति पांडे ने बौद्धिक सम्पदा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मानव द्वारा उनके विचारों के सृजन को प्रदान किए जाने वाले अधिकार ही बौद्धिक सम्पदा है। यदि व्यक्ति किसी प्रकार का बौद्धिक सृजन करता है। तो वह उस व्यक्ति का सर्वप्रथम अधिकार होता है। उन्होंने बताया कि देश में इसके लिए आठ कानून बने है। इससे व्यक्ति अपने मौलिक विचारों को संरक्षित कर सकता है। इसके लिए पंजीकरण कराना जरूरी है। उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों के द्वारा निरन्तर अनुसंधान किए जा रहे है। वर्तमान में इसकी संरक्षा करना आवश्यक बन गया है। बौद्धिक सम्पदा के अधिकार आपके द्वारा किए गए अनुसंधान को सुरक्षा का सम्बल प्रदान करता है। संबोधन के अंत में उन्होंने छात्रों के प्रश्नों का उत्तर दिया। इंस्टीट्यूट आॅफ फार्मेसी के निदेशक प्रो0 शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के क्रम में राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता कार्यक्रम आयोजन किया गया है। इसके माध्यम से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नये आयामों, विचारों के साथ छात्रों को उनकीकृतियों में नवीनता लाने और उनकी संरक्षा के लिए प्रेरित करना है। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ0 अनिल कुमार एवं सह समन्वयक डॉ0 एस०पी० सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संयोजन डॉ0 अजय शुक्ला ने किया गया। कार्यक्रम में अंकुर श्रीवास्तव द्वारा संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो0 चयन कुमार मिश्र सहित विभिन्न प्रदेश एवं विभिन्न विभाग के आचार्य एवं इंडस्ट्री के सदस्यों ने प्रतिभाग किया।